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Google doodle : मारियो मोलिना यांची 80 वी जयंती पर गूगल का नया डूडल

गूगल दुनिया के कई महत्वपूर्ण तिथि एवं त्योहारों को एक अलग अंदाज में मनाता है। वह महत्वपूर्ण तिथियों वाले दिन गूगल का नया डूडल बनाता है जो कि उससे संबंधित होता है। आज गूगल, नोबेल पुरस्कार, विजेता, रसायन अग्य और पर्यावरण वैज्ञानिक मोरियो मोलिना की जयंती मना रहा है।चलिए जानते हैं कि डॉक्टर मारियो मालीना कौन है और आखिर इनकी कौन सी जयंती गूगल मना रहा है?

Google मारियो मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है।डॉ. मोलिना का जन्म मेक्सिको में 19 मार्च, 1943 को हुआ ,उन्हें बचपन से ही साइंस में काफ़ी रुचि थी। वह बचपन में ही अपने बाथरूम को एक अस्थाई प्रयोगशाला में बदल चुके थे, जिसमें वह अपना कार्य करते थे। बता दें कि वह खिलौने का इस्तेमाल नहीं करते बल्कि माइक्रोस्कोप से खेलते थे। वह माइक्रोस्कोप की सहायता से छोटे जीव जंतुओं को देखकर खुश होते थे और इस प्रकार के बचपन से ही विज्ञान से काफी जुड़े थे।
शिक्षा की बात कर तो उन्होंने नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की थी।इसके बाद वह कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसें विश्विद्यालय में शोध के लिए गए और उसके बाद वह अमेरिका में भी पोस्टडॉक्टोरल शोध के लिए गए।
सिंथेटिक रसायन पृथ्वी के वायुमंडल को किस प्रकार से प्रभावित करती है। इसकी खोज करने वाले वैज्ञानिक को में से पहले वैज्ञानिक डॉक्टर मोलिना ही थे।वह यह पता लगाने वाले सबसे पहले वैज्ञानिक थे कि किस तरह से क्लोरोफ्लोरोकार्बन के कारण पृथ्वी की ओजोन लेयर टूट रही है और सूरज की पराबैंगनी विकेट ने पृथ्वी को हानि पहुंचा रही है।बता दे कि डॉक्टर मारियो मुलीना को इस शोध के लिए 1995 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार भी मिला।
उन्हें उनके कई महत्वपूर्ण खोजों के लिए जाना जाता है। उन्होंने पृथ्वी की ओजोन परत को कुछ ही दशकों में ठीक करने के लिए कई रास्ते बताएं।बता दें कि मेक्सिको में उनके नाम से एक प्रमुख रिसर्च इंस्टिट्यूट भी है जिसका नाम उन्हें के नाम पर रखा गया है “मोरियो मोलिना सेंटर।”इस प्रकार आज उनकी 80 वी जयंती है जिसके मौके पर गूगल ने एक नया डूडल बनाया है। आप उसे जरूर देखें।

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