MP News : महिला जनपद पंचायत सदस्य ने पति को बताया लापता और अगले दिन पति ने थाने में पत्नी के अपहरण की जताई आशंका, जानिए क्या है मामला
मुरैना. नव निर्वाचित जनपद पंचायत सदस्य के पति ने चुनाव की थकान के बाद कुछ दिनों की तीर्थ यात्रा पर गए हुए थे। उनकी अनुपस्थिति में यहां पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार सदस्य ने अपने पक्ष में वोट डालने के लिए पत्नी को धमकाया। जब वह लौटकर आए तो यहां सब कुछ असामान्य था। घर पर ताला लटक रहा था और पत्नी लापता थीं। वहीं दूसरी और एक दिन पूर्व ही पत्नी ने भी पति के लापता हाने की सूचना पुलिस में दी थी। पुलिस अब उल्झान में है, मामला संदेहास्पद होने के कारण पुलिस बारीकी से जांच कर रही है।
अपहरण की जताई आशंका
ममला जिले के जनपद पंचायत अंबाह का हैं। यहां के वार्ड क्रमांक सात से निर्वाचित सदस्य रानी देवी पत्नी रामसेवक बघेल लापता हैं। पति रामसेवक निवासी साधू का पुरा ग्राम पंचायत बरेह ने इस संबंध में पुलिस को शिकायती आवेदन देकर अपहरण की आशंका जाहिर की है। पुलिस को दिए आवेदन में रामसेवक ने कहा कि वह 18 जुलाई को अपनी पत्नी को घर पर सकुशल छोड़ कर गोवर्धन एवं अन्य तीर्थ स्थलों पर दर्शन, पूजा और धार्मिम यात्रा पर चला गया था। रामसेवक के अनुसार उसकी अनुपस्थिति में जनपद पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार सदस्य और उनके समर्थकों ने अपने पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बनाया। लेकिन उसकी पत्नी ने कहा कि जब पति लौटकर आ जाएंगे तब बात करेंगे। ऐसा कहने पर उन लोगों ने पत्नी से अपशब्द कहे और देख लेने के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। रामसेवक के अनुसार यह बात उसी दिन पत्नी ने फोन पर उसे बताई थी। लेकिन जब अगले दिन उसने अपने भतीजे सुनील से बात की तो उसने भी मेरी पत्नी से बात नहीं कराई। जब 21 जुलाई को घर लौटकर आया तो ताला लगा हुआ था और पत्नी घर पर नहीं थी।
पति के लापता होने का दिया आवेदन
इस मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि रामसेवक की पत्नी ने 20 जुलाई को अंबाह थाने में पति के लापता होने का आवेदन दिया था। जिन लोगों पर पति ने आशंका जाहिर की है, उन्हीं पर उसकी पत्नी ने भी संदेह जताया था। थाना प्रभारी रविंद्र कुमार का कहना है कि मामला संदेहास्पद है इसलिए पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। जांच में जो स्थिति सामने आएगी उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
जनपद अध्यक्ष पद के लिए की जा रही है लॉबिंग
अंबाह जनपद पंचायत अध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला के लिए है। इसलिए इसमे पर्दे के पीछे से लोग सक्रिय हैं। सदस्यों की घेराबंदी की जा रही है और अपने पक्ष में करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। यह मामला भी जौरा जनपद जैसा प्रतीत हो रहा है।