जैसा कि आप जानते हैं कि आईपीएल की शुरुआत हो चुकी है और हर साल एक ही सवाल हमेशा आता है कि क्या महेंद्र सिंह धोनी का यह आखिरी आईपीएल होने वाला है जैसा कि आप जानते हैं कि 2020 में महेंद्र सिंह धोनी जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था वह अभी भी आईपीएल में खेलते हैं लेकिन हर साल यह कहा जाता है कि महेंद्र सिंह का आखिरी आईपीएल मैच होने वाला है।
2020 में महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद से हमेशा कहा जाता है कि इस बार का आईपीएल उनका आखिरी होगा और इस बार आईपीएल से भी संन्यास लेंगे। लेकिन यह बात हमेशा झूठी निकल जाती है क्योंकि वह हमेशा आईपीएल में भाग लेने के लिए तैयार रहते हैं इस बार फिर से उन्होंने आईपीएल में अपनी भागीदारी निभाई है और वे चेन्नई सुपर किंग्स के कैप्टन बने हैं।
इस प्रकार मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जब मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह सवाल पूछा गया कि क्या महेंद्र सिंह का यह आखरी आईपीएल होने वाला है तो उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्हें लगता है कि वह अगली बार भी आईपीएल में भाग लेंगे। साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स में उनके पूर्व साथी खिलाड़ी सुरेश रैना का भी यही मानना है कि वह यह सीजन उनका आखिरी सीजन नहीं होने वाला है। अगले सीजन में भी खेलने वाले हैं।
साथी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल से संन्यास लेने वाले हैं या फिर वह रिटायरमेंट लेने वाले हैं तो रोहित शर्मा ने कहा कि इस बारे में मुझे नहीं पता और इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है कि क्या यह उनका आखिरी सीजन होगा या नहीं क्योंकि मैं पिछले दो-तीन सालों से यही सुन रहा हूं कि यह उनका आखिरी सीजन होने वाला है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि वह काफी सीट है और अभी भी खेलने के लिए तैयार रहते हैं तो वह खेलना जारी रखेंगे।
एम एस धोनी के पूर्व साथी खिलाड़ी सुरेश रैना ने एक लीजेंड असली के दौरान ने कहा था कि आप लोग नहीं जानते कि वह अगले साल भी आईपीएल खेल सकते हैं क्योंकि वह एक अच्छे बल्लेबाज है और वह हमेशा फिट रहते हैं तो हो सकता की वह अगले आईपीएल में भी खेले।इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल में खेलेंगे या नहीं। इस बात की निर्भरता इस बात पर है कि इस बार का उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। अगर इस बार उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है तो वह अगले साल यकीनन आईपीएल में भाग जरूर लेंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि यह खेल उनके लिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहता क्योंकि उन्होंने और अंबाती रायडू ने 1 साल से टूर्नामेंट में नहीं खेला है जिसके कारण की प्रैक्टिस भी थोड़ी कम हो सकती है। उनका कहना था कि टीम काफी मजबूत हो चुकी है क्योंकि टीम में काफी खिलाड़ी जो कि युवा है, वह शामिल हो चुके हैं। इसलिए यह उन दोनों के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।