लाखों रुपए की नौकरी छोड़ Samosa Singh ने शुरु किया विदेश में समोसे का बिजनेस, अब 45 करोड़ है सालाना कमाई
वैसे तो भारत अपने अलग-अलग तरह के पकवानों के लिए जाना जाता है.भारत में स्नेक की बात करें तो यहां विभिन्न प्रकार के स्नेक्स मिलते हैं जैसे समोसा जलेबी ,फाफड़ा, पोहा इत्यादि, लेकिन इन सब में सबसे ज्यादा खाए जाने वाला जो स्नैक्स है, वह है समोसे जो कि आपको देश के किसी भी क्षेत्र में आमतौर पर मिल जाएगा.एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो भारत में समोसा सबसे ज्यादा खाए जाने वाला स्नेक्स माना जाता है तथा यह ज्यादातर लोगों द्वारा पसंद भी किया जाता है. चाहे वह नॉर्थ इंडिया साउथ इंडिया सभी में समोसे को पसंद किया जाता है और आमतौर पर इसे खाया जाता है.
साथ ही आपको हर गली मोहल्ले साथ किसी भी ठेले और दुकान पर भी समोसा आपको देखने को मिलेगा. आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको समोसे से बनने वाले करोड़पति दंपत्ति की कहानी बताएंगे.जिन्होंने केवल समोसे बेचकर करोड़ों का लाभ कमाया है. साथ ही इन्होंने समोसे को एक ब्रांड बना दिया.बता दें कि यह करोड़पति दंपत्ति और कोई नहीं बेंगलुरु के रहने वाले निधि सिंह और शिखर वीर सिंह है जो कि हरियाणा के रहने वाले हैं.साथ ही इन दोनों ने साथ में ग्रेजुएशन की और दोनो कॉलेज टाइम से दोस्त थे और आज दोनो ने शादी कर ली है.
इन दोनों ने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर समोसे को अपने बिजनेस का माध्यम बनाया जिसके बाद दोनों बिजनेस पार्टनर बन गए और उन्होंने अपने बिजनेस में समोसे को ब्रांड बना दिया और उन्होंने इस ब्रांड का नाम समोसा सिंह रखा गया है.बता दें कि शिखर ने ग्रेजुएशन के बाद बायोटेक्नोलॉजी में एमटेक किया है जिसके बाद में भारत की सबसे बड़ी बायोटेक फॉर्म में से एक बायोकॉन में प्रिंसिपल साइंटिस्ट के रूप में काम कर रहे थे.वही निधि अमेरिका की एक फार्मा कंपनी में ही नौकरी कर रही थी.
मास्टर के समय ही शिखर ने यह सोचा था कि वह समोसे का बिजनेस खोलेंगे.उस समय निधि ने इस बात को यह कहकर टाल दिया था कि उनके पिता एक समोसे वाले से उसकी शादी नहीं करेंगे.जिसके बाद शिखर ने नौकरी कर ली और साल 2010 में दोनों की शादी हो गई.लेकिन शिखर के दिमाग से यह बिजनेस आइडिया नहीं निकला 2015 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपने बिजनेस आइडिया पर काम करना शुरू कर दिया.इसके बाद में भी उन्हें फरवरी 2016 में दोनों ने मिलकर समोसा सिंह का पहला आउटलेट लांच किया.
आउटलेट शुरू होने के बाद जल्दी उन्हे बड़े से किचन की जरूरत पड़ने लगी जिसके लिए उन्होंने अपार्टमेंट को बेच दिया जिसे उन्होंने बहुत मेहनत से खरीदा था. जिसमे वे मुश्किल से सिर्फ 1 दिन उस घर में रहे थे और उन्हें अपार्टमेंट को अपने बिजनेस में लगाने के लिए बेचना पड गया.इस बिजनेस पर फोकस करने के लिए निधि ने 2017 में अपनी 3000000 रुपए सालाना पैकेज वाली नौकरी को छोड़ दिया और समोसे के बिजनेस को आगे बढ़ाने पर लग गई.वही आपको बता दें कि आज के समय में निधि और शेखर अपने इस समोसे के बिजनेस से हर महीने 30000 समोसे बेचते हैं और उनका पूरे साल का टर्नओवर ₹45करोड़ तक का होता है.
साथ ही जब कोविड आया तो सबके दुकान बंद हो गए थे.वहीं इन लोगों ने अपने बिजनेस को उसी समय फैलाया और आज उनके पास लगभग 50 क्लाउड किचन है और मुंबई पुणे और चेन्नई सहित आठ शहरों में अपने क्लाउड किचेंस मौजूद है.