Vyapam Phase 2: व्यापंम पटवारी परीक्षा घोटाले में गृहमंत्री नरेात्तम मिश्रा शामिलः पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल
विंध्य भास्कर डेस्क। पटवारी परीक्षा घोटाले को प्रदेश में सियासत गरम है। प्रदेश में युवाओं के आंक्रोश व आंदोलन को देखने में बार सरकार ने कदम पीछे खीच लिए है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटवारी चयन परीक्षा पर रोक लगा दी। इसके बाद भाजपा व कांग्रेस के नेताओं पर जुबानी जंग तेज हो गई है। प्रदेष के गृहमं़त्री ने नरोत्तम मिश्रा के बयान को लेकर रीवा में शनिवार को अनौपचारिक चर्चा के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बड़ा हमला बोला है। उन्होने कहा कि पटवारी परीक्षा में चयन को लेकर एक सवाल का जबाव देते हुआ कहा है कि पटवारी चयन परीक्षा में भारी गड़बड़ी सामने आई है। इसमें प्रदेेष के गृहमंत्री सहित अन्य लोग शामिल है। प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा परीक्षा निरस्त करना यह बताता है कि परीक्षा में कही न कही गड़बड़ी हुई है।
व्यापंम पटवारी परीक्षा घोटाले में गृहमंत्री नरेात्तम मिश्रा शामिलः पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल
प्रदेश में जनाधार खो चुकी कांग्रेस गलत तथ्यों के आधार पर नौजवानों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है: गृहमंत्री नरेात्तम मिश्रा
पटवारी परीक्षा को लेकर प्रदेश में राजनीतिक सियासत गर्म
पूर्व मंत्री ने कहा कि जब गृहमंत्री का पूरा भरोसा है कि पटवारी परीक्षा के चयन में कोई गड़बड़ी नहीं है तो मुख्य मंत्री ने पटवारी परीक्षा की चयन प्रकिया कोई रोकी। मुख्यमंत्री की चयन रोकना यह बताता है कि इसमें बड़ी गड़बड़ी हुई है। यह जबाव उन्होंने गृहमंत्री के उस वीडियो पर दिया है जिसमें उन्होने कांग्रेस की पटवारी परीक्षा को लेकर चुनौती दी है। आगे उन्होने कहा कि प्रदेश में लगातार शिक्षित युवाओ को सरकार ठग रही है। परीक्षाओ की षुल्क देने के बाद कभी परीक्षा निरस्त हो जाती है तो कभी परीक्षा का परिणाम नहीं निकलता है लगातार युवा को भाजपा की सरकार ठग रही है। बता दें कि पटवारी परीक्षा देने वाले छात्रों ने बताया कि ग्वालियर के एनआरआई कालेज के गुप 2 और सब गु्रप 4 की परीक्षा में टॉप 10 में सात इसी कॉलेज के छात्र है। साथ ही सभी टॉपर्स के छात्रो के हस्ताक्षर भी हिंदी में है।
पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर कमलनाथ जी डर्टी पॉलिटिक्स कर रहे हैं।
प्रदेश में जनाधार खो चुकी कांग्रेस गलत तथ्यों के आधार पर नौजवानों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है। pic.twitter.com/RKlGKUvVd6
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 14, 2023
संयुक्त परीक्षा केन्द्र में जहां अन्य छात्रों 140 अंक तक सीमित रह गए है। वही इसी कॉलेज केे छात्रों के अंक 188 तक अंर्जित किए है। ऐसे में इस परीक्षा केन्द्र के परिणाम के पटवारी परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। इसके निश्पक्ष की जांच को लेकर बेरोजगार मांग उठा रहे है। वहीं एनएसयूआई भी प्रदर्षन कर रही हैै। एनएसयूआई ने इसे लेकर पूरे मध्य प्रदेश में उग्र प्रदर्शन कर रही कई स्थानों में प्रदर्षन के दौरान पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। चुनावी साल होने के कारण सरकार भी इस मुददे पर अपनी सफाई पेश कर रही है।