मध्य प्रदेशसतना

Satna News : किसानों का हक मारने वाले कृषि यंत्री को नोटिस, सभी एसडीओ को फटकार

सतना. रीवा एवं शहडोल संभाग की कृषि उत्पादन आयुक्त की होने वाली समीक्षा बैठक को लेकर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने गुरुवार को कृषि, उद्यानिकी, पशु पालन, मत्स्य, सहकारिता विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। कृषि अभियांत्रिकी की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कस्टम हायरिंग को लेकर कृषि यंत्रों के वितरण की जानकारी ली।

सहायक यंत्री ने बताया कि 308 का लक्ष्य मिला था, जिसके विरुद्ध 246 किसानों ने कृषि यंत्र लिए हैं। यह सुन कलेक्टर भड़क गए। कहा, 62 किसानों का हक अपनी लापरवाही के कारण आपने मार दिया। यंत्री ने कहा कि किसान रुचि नहीं लेते हैं। इस पर कलेक्टर ने उप संचालक कृषि से पूछा कि कितने किसान हैं सतना जिले में। 3 लाख से ज्यादा की संख्या बताने पर कलेक्टर ने कहा कि 3 लाख में से 62 किसान नहीं मिले जो 40 फीसदी अनुदान पर कृषि यंत्र उठाना चाहते हैं। झूठ बोल रहे हो, दफ्तर से बाहर निकलना नहीं है। इसके बाद इन्हें नोटिस जारी करने कहा और नोटिस में किसानों के हक मारने का उल्लेख करने के निर्देश दिए।

कभी पलट कर देखने गए: कृषि विभाग के एसडीओ से कलेक्टर ने पूछा कि आप लोग मृदा परीक्षण को जाते हैं तो करते क्या हैं। उचेहरा के एसडीओ ने बताया कि किसानों को समझाइश देते हैं। कलेक्टर ने कहा, इसके बाद कभी वापस जाकर देखा कि इस समझाइश के बाद किसानों ने क्या बदलाव किया. खेती में क्या परिवर्तन आया। उन्हें कभी यह बताया कि कहां कितनी खाद देनी है, कौन सा बीज बोना है। अगली बैठक में मृदा परीक्षण के रिजल्ट क्या रहे इसकी एक-एक रिपोर्ट लेकर आना।

दुकानों में नहीं पहुंचा अप्रेल का खाद्यान्न

खाद्यान्न परिवहन की व्यवस्था बेपटरी है। समय अवधि गुजरने के बाद भी उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न नही पहुंचता। गुरुवार को कलेक्टर अनुराग वर्मा ने समीक्षा बैठक में नाराजगी जताई। बताया, कई दुकानों में अभी अप्रेल महीने का खाद्यान्न नहीं पहुंचा। सोहावल व रामनगर ब्लॉक में यह समस्या ज्यादा है। कलेक्टर ने नान के अधिकारी से वजह पूछी तो बोले-ट्रांसपोर्टर उनकी सुनता नहीं है। कलेक्टर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वालों का भुगतान कराने कहा।

53 फीसदी में अटकी मोबाइल सीडिंग

राशन दुकानों में पात्रता रखने वाले कार्डधारियों के मोबाइल नंबर सीडिंग में सतना की स्थिति ठीक नहीं है। कुछ ऐसी ही प्रगति ई-केवाइसी में भी देखने को मिल रही है। अब तक 53 फीसदी मोबाइल सीडिंग व 50 फीसदी ईकेवाईसी हुई है।

नवाचार पर नाराजगी

कलेक्टर ने नवाचार की जानकारी ली। उद्यानिकी ने बताया कि सिंहपुर इलाके में 23 एकड़ में ड्रैगन फूड की खेती का नवाचार कर रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि वह तो निजी सेक्टर का काम है। आपने क्या किया। कभी खुद से प्रयोग करो। धान की उत्पादकता अभी 4103 किलो प्रति हैक्टेयर है। इसे बढ़ कर 4500 किलो प्रति हैक्टेयर करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

बंद करो कागजी आंकड़े

कलेक्टर ने उद्यानिकी की समीक्षा में कहा कि रीवा संभाग में सबसे कम लक्ष्य आपका ही है। इसे छिपाने बिना मुझे दिखाए जानकारी सीधे एपीसी को भेज दी। वीसी में तो जवाब मुझे देना है। लक्ष्य पूरा क्यों नहीं हुआ, इसका उल्लेख करते हुए पूूरी जानकारी कल प्रस्तुत करो। फलोत्पादन की समीक्षा में पाया कि रीवा का रकबा सतना से दोगुना है लेकिन उत्पादन 5 गुना। इसे कलेक्टर ने पकड़ लिया और कहा कि कागजी आंकड़े बना रहे हो। जब एक ही जलवायु, एक ही जमीन फिर उत्पादन में अंतर इतना क्यों? ये फर्जीवाड़ा बंद कर सही रिपोर्ट दो।

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