Rewa News : दलित पूर्व महिला सरपंच की मौत का मामला; रीवा कलेक्टर की अजब जांच जिनकी शिकायत उसी को जांच
रीवा। जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत ग्राम पंचायत इटार पहाड़ की पूर्व दलित सरपंच राजकुमारी साकेत ने रविवार की शाम फांसी लगााकर आत्म हत्या कर ली। पूर्व दलित सरपंच की इस आत्मघाती कदम के पीछे रीवा कलेक्टर के द्वारा कार्रवाई नहीं करना है। दलित महिला सरपंच की मौत के बाद रीवा कलेक्टर ने अब मामले में जांच के आदेश दिया है। इसमे दिलचस्प बात यह है कि जिन अधिकारियों पर शिकायत पर आरोप लगाए गए है। अब उन्हीं अधिकारियों को कलेक्टर ने जांच अधिकारी बनाया है। दरसअल इस मामले में मृतिक के पति ने जनपद पंचायत सीइओ व सहायक यंत्री पर पर आरोप लगाए है लेकिन रीवा कलेक्टर ने अब उन्हें ही जांच का अधिकारी बना दिया है।
बता दें कि मृतिका के पति परमधारी साकेत ने बताया कि फांसी लगाने के पहले 19 जून को मृतिका ने कलेक्टर रीवा को आवेदन देकर अपनी समस्या बताई थी,इसके पहले भी वह कईबार आवेदन देकर ग्राम पंचायत में हुए काम को मूल्यांकन कराकर भुगतान कराने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुआ। जबकि ग्राम पंचायत में शासन की योजना अंतर्गत स्टॉप डैम, सामुदायिक शौचालय, नाली निर्माण और मंगल भवन बनाने के बाद 6 लाख रुपए से अधिक राशि का भुगतान बकाया था। यहां तक मनरेगा योजना के खेल मैदान में मजूदरों की ढाई लाख रुपए का भुगतान बकाया है। इसके लिए मजदूर लगातार सरपंच पर दबाव बना रहे थे। इसे लेकर सरपंच में जनपद पंचायत सीइओ, जिला पंचायत सीइओ और सहायक यंत्री से कई बार शिकायत की। इसके बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर दलित सरपंच ने यह आत्मघाती कदम उठाते हुए फांसी लगातकर आत्म हत्या कर ली। इसके बाद अब प्रशासन जांच में जुटा हुआ है।
ग्राम पंचायत पहुंचा जांच दल
मृतिका सरंपच के मौत के बाद अब जांच गुरुवार को जांच दल मौके पर जांच करने पहुंचा है। इस दौरान जांच दल में उन्हीं अधिकारियों को शामिल किया गया है जिनके विरुद्ध शिकायत की गई थी। वहीं इस मामले में भीम आर्मी ने भी रीवा कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने प्रदशर्न कर ज्ञापन सौंपा।