Second Vyapam scam in Madhya Pradesh : पटवारियों की नियुक्ति पर रोक; भारी विरोध के बाद सरकार बैकफुट पर, BJP विधायक के कॉलेज में धांधली का संदेह
विंध्य भास्कर न्यूज़ डेक्स। प्रदेश में पटवारी परीक्षा परिणाम में घोटाले के बवाल के बाद सरकार ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी है। साथ ही परीक्षा परिणाम की जांच कराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कर्मचारी चयन मंडल के समूह 2, उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम में एक सेंटर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इसलिए इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेंटर के परिणाम का फिर से परीक्षण किया जाएगा।
पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर गुरुवार को भोपाल व इंदौर में अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए। युवाओं की इसी नाराजगी देखकर सरकार ने कदम उठाया है। यह परीक्षा परिणाम 23 जून 2023 को घोषित हुआ था। इधर मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इसमें भाजपा नेताओं व अफसरों की मिलीभगत के आरोप लगाए हैं।
बोर्ड का तर्क
कर्मचारी चयन बोर्ड का तर्क है कि टॉप-10 अभ्यर्थी अलग-अलग शिफ्ट के हैं। इनमें से 6 ने हिंदी तो 4 ने अंग्रेजी में हस्ताक्षर किए। टॉप 10 में अंग्रेजी सेक्शन में किसी को 25 अंक नहीं मिले।
इस तरह के आरोप
पटवारी चयन परीक्षा में भारी गड़बड़ी व घोटाले के आरोप लगे हैं। इनमें टॉप-10 में 7 अभ्यर्थी ग्वालियर के आरआइ कॉलेज के पाए गए। यह कॉलेज भाजपा विधायक संजीव कुशवाह का है। इसके अलावा सात में से पांच अभ्यर्थी के हस्ताक्षर हिंदी में सिर्फ नाम लिखे होने और टॉप-10 उम्मीदवार को अंग्रेजी सेक्शन में 25 में से 25 अंक मिलने सहित कई आरोप लगे हैं।