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Vande Bharat Train : Rewa से इन दो कारणों से नहीं चली वंदेभारत एक्सप्रेस

रीवा। देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदेभारत का रीवा से संचालन को लेकर सांसद जर्नादन मिश्रा और भाजपा नेता गौरव तिवारी ने मांग की थी। इसके बाद मई में प्रधानमं़त्री को रीवा ़कार्यक्रम तय होने के बाद वंदे भारत संचालन को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।

यहां तक वंदे भारत ट्रेन के संचालन को लेकर पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। यहां तक ट्रेन संचालन व आने वाली दिक्कतों को लेकर भी काफी मंथन चला,लेकिन तकनीकी कारणों के कारण वंदे भारत नहीं चल सकी है। इसके स्थान पर 27 जून जबलपुर भोपाल और भोपाल इंदौर के बीच वंदेभारत ट्रेन चलाई जा रही है। इसको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरीझंडी दिखाएंगे।

बता देें कि प्रदेश में दूसरी वंदेभारत एक्सप्रेस रीवा से दौड़नी थी,लेकिन रीवा भोपाल के बीच वंदे भारत संचालन में जो सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है। उसमें पहला इतनी स्पीड की क्षमता का ट्रैक नहीं होना है। दूसरा रीवा भोपाल के बीच की दूरी सबसे बड़ी बाधा है।

रीवा सांसद प्रतिनिधि राजीव खंडलवाल द्वारा वायरल पत्र।

रीवा सांसद प्रतिनिधि राजीव खंडलवाल द्वारा वायरल पत्र।

इन्हीं दोनों कारणों के कारण रीवा से वंदे भारत ट्रेन का प्रोजेक्ट फिलहाल टल गया। अब अगले चरण इस ट्रेन की चलने की संभावना है। वर्तमान में रीवा से भोपाल के लिए नियमित एक ट्रेन चल रही है। इसमें या़ित्रयों का काफी दबाव है। रीवा भोपाल के बीच आए दिन वेटिंग रहती है।इसके विकल्प के लिए स्पेशल ट्रेन का संचालन भी किया जा रहा है।


इसके बावजूद लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। यही कारण है वंदेभारत रीवा से भोपाल के बीच चलाने की मांग हुई। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय होने के बाद भाजपा के पदाधिकारियों ने इस ट्रेन के संचालन को लेकर सोशल मीडिया में बधाई देने का भी ताता लग गया। लेकिन अचानक वंदे भारत टल जाने के बाद लोगों को झटका लग गया है।

प्रदेश मीडिया सह प्रभारी का वायरल लेटर

प्रदेश मीडिया सह प्रभारी का वायरल लेटर


रीवा में प्लेटफार्म की बड़ी समस्या

पश्चिम मध्य रेलवे स्टेशन रीवा रेलवे स्टेशन में सबसे अधिक यात्री देने वाला स्टेशन है। यही कारण है कि रीवा से वर्तमान एक दर्जन से अधिक ट्रेन का संचालन हो रहा है। लेकिन वर्तमान में रीवा रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म व मेंटीनेंस सुविधाओं का अभाव होने के कारण कई नई ट्रेन नहीं मिल पा रही है। हांलाकि रेलवे स्टेशन में पांच प्लेटफार्म का निर्माण प्रगतिरत है लेकिन इसे पूरा होने में अभी काफी समय है

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