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Rewa News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में कोलगढ़ी के सहारे 14 जिले की जनजातियों को साधने का प्रयास

रीवा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को त्योंथर में आयोजित कोल जनजातीय सम्मेलन में कोलगढ़ी किले के जीर्णोद्धार का भूमिपूजन कर प्रदेश के 14 जिलों में निवासरत कोल जनजाति को साधने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि कोलगढ़ी को कोल जनजाति के तीर्थ स्थल के रूप विकसित किया जाएगा। यहां यहां भगवान बिरसा मुंडा और शबरी माता की प्रतिमा लगेगी। टमस नदी में घाट का निर्माण कराएंगे। रीवा में कोल भवन का निर्माण कराया जाएगा, जहां कोल समाज के बच्चों को रहने की सुविधा मिलेगी। सीएम का कोल समाज के लोकनृत्य कोलदहका तथा गुदुम बाजा से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार हर वर्ग के सम्मान के लिए काम कर रही है। आदिवासी पूरे प्रदेश के गौरव हैं। इन्होंने जंगल, जानवरों की रक्षा के साथ ही पर्यावरण को भी बचाने का कार्य किया है। कार्यक्रम में 14 जिलों रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, पन्ना, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला से आए कोल जनजाति के लोग शामिल हुए।

आज का दिन ऐतिहासिक: सीएम शिवराज ने कहा कि आज का दिन प्रदेश के लिए ऐतिहासिक होगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख से अधिक बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपए की राशि जारी की जाएगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर के प्रत्येक वार्ड में लाड़ली उत्सव का आयोजन होगा। यह दिन महिलाओं के लिए स्वर्णिम युग प्रारंभ होने जैसा है।

श्रीअन्न उत्पादन के लिए किया प्रोत्साहित

मुख्यमंत्री को कोल जनजाति के किसानों ने कोदो-कुटकी जैसे श्रीअन्न से भरी पोटली भी सौंपी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक रूप से मोटे अनाज की खेती वह गांवों में करें। इसके लिए सरकार उन्हें मदद पहुंचाएगी। कहा, किसानों के लिए 13 जून को ब्याज माफी की राशि अंतरित की जाएगी। साथ ही किसान सम्मान निधि की राशि भी किसानों को जारी की जाएगी। सीएम ने तीन हजार से अधिक हितग्राहियों को भू-अधिकार पत्र प्रदान किए।

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