रीवा। विंध्य में मुख्यमंत्री के रोड शो के दूसरे दिन कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। पूर्व विधायक और रीवा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अभय मिश्रा ने अपनी पत्नी नीलम मिश्रा के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए है। भोपाल में भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के हाथों सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कहा है कि परिवार और घर की सुख शांति के लिए भाजपा में घर वापसी की हैै। भाजपा से उन्हें किसी भी प्रकार की टिकट का आस्वाशन नहीं मिला है और ना ही उन्होंने टिकट के लिए कहीं से दावेदारी प्रस्तुत की है। बता दें कि परिसीमन के बाद सेमरिया विधानसभा बनने के बाद भाजपा के पहले विधायक रहे। इसके बाद भाजपा से ही उनकी पत्नी नीलम मिश्रा भाजपा की विधायक रही है। भाजपा कार्यकाल में उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष का पदभार भी संभाला है।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचकर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के सामने भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा से सदस्यता लेने के बाद कहा कि मैंने एक बहुत बड़ी भूल कर दी थी हड़बड़ाहट में कि जब मैं विधायक था। जिसके बाद मेरी पत्नी विधायक थी छोटी मोटी बातों को लेकर अपने आप को संभाल नहीं पाया और मैं मैं इनके बहकावे में आकर कांग्रेस पार्टी में चला गया ।जब मैं कांग्रेस पार्टी में गया तो समझ में आया की सेवा से दूर.-दूर तक कोई वास्ता नहीं है सत्ता को प्राप्त करना ही इनका लक्ष्य है। संगठन नाम की कोई चीज नहीं है मैं रीवा से चुनाव लड़ा रीवा विधानसभा से राजेन्द्र शुक्ला के विरोध जहां कोई टिकट मांगने को तैयार नहीं था, 10000 से 12000 वोट से ज्यादा कांग्रेस को मिला नहीं वहां में 52000 वोट मिले। इस दौरान मैंने वहां देखा कि पूरी कांग्रेस हरा रही थी एपहले अपने दल में लड़ो फिर उनसे जी तो फिर बाहर वाले सामने वाले दल से जी तो बहुत ही मुझे नहीं लगता है कि कांग्रेस में कभी सफलता हो सकती है कांग्रेस घरवालों का सिडीकेट है इसलिए आम आदमी की कोई पूछ परख नहीं है केवल सत्ता प्राप्त करना इनका उद्देश्य है। यह ईश्वर की कार्यक्रम कामना थी जगदंबा मां की आशीर्वाद का मौका दिया है। मैं किसी टिकट के लिए नहीं आया हूं ना मेरा किसी से कोई टिकट का सौदा हुआ है ना मुझे किसी किस तरह का आश्वासन मिला मैं अपनी इच्छा से अपने बाल बच्चों की पत्नी की इच्छा के लिए अपने घर की शांति के लिए विचारधारा के लिए वापस भारतीय जनता पार्टी में आकर सुख चौन से जीना चाहता हूं।
संगठन नहीं संभाल पाए नए नगर अध्यक्ष व ग्रामीण अध्यक्ष
विंध्य में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए नए ग्रामीण अध्यक्ष व षहर अध्यक्ष सहित पदाधिकारियों की नियुक्त की गई है लेकिन कांग्रेस का यह नया प्रयोग बेहतर साबित नहीं हुआ है चुनावी साल में ही रीवा षहर में कांग्रेस को रिकार्ड मतों एवं नगरीय निकाय चुनाव में सफलता दिलाने वाले में अहम भूमिका निभाने वाले अभय मिश्रा ने संठगन में उपेक्षा को देखते हुए कांग्रेस पार्टी से छोड़ दी।