MP Election 2023: MP में Ambulance लेकर अस्पताल से सीधे Rewa कलेक्ट्रेट पहुची महिला शिक्षका, जानिए क्या है मामला
रीवा। MP में एक महिला शिक्षिका (Female Teacher) अस्पताल (Hospital) से एम्बुलेंस (Ambulance) लेकर सीधे रीवा कलेक्टर (Collectorate) कार्यालय सुबह 10 बजे पहुंच गई। शिक्षिका प्रयागराज (Prayagraj) से एम्बुलेंस से कलेक्ट्रेट पहुंची, महिला शिक्षिका 5 घंटे तक कलेक्ट्रेट कार्यालय में इंतजार करती है। इसके बावजूद भी कलेक्ट्रेट में कोई भीअधिकारी महिला शिक्षक के पास नहीं पहुंचा।
दरअसल महिला शिक्षिका का चुनाव में मतदान कराने ड्यूटी लगी है और उसे मंगलवार को प्रशिक्षण के लिए रीवा के मॉडल कॉलेज (Model College) में बुलाया गया था। प्रशिक्षण में अनुपस्थित होने पर निलंबित ना हो इसलिए वह सीधे एम्बुलेंस से कलेक्टर कार्यालय पहुंच गई। जहां उसने अपनी ड्यूटी निरस्त करने का आवेदन दिया है।
बताया जा रहा है कि महिला शिक्षक गणेश कुमारी वर्मा (Ganesh Kumari Verma) में विकासखंड जवा में पदस्थ है। गत 22 अक्टूबर 2023 को एक घटना के दौरान घर में गिरने पर घायल हो गई थी, वह वर्तमान वह में चलने फिरने की स्थिति में नहीं है और उप्र के प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसी दौरान उन्हें चुनाव में प्रशिक्षण के लिए उपस्थित होने की जानकारी मिली। इस प्रक्षिक्षण में उपस्थित नहीं होने पर शिक्षिका को डर था कि कही निलंबित न हो जाए। इसके लिए वह सुबह ही अस्पताल से सीधे रीवा कलेक्टर कार्यालय पहुंच गई है।
महिला शिक्षिका ने बताया कि अस्पताल से सीधे प्रशिक्षण स्थल पहुंची, लेकिन वह बैठने की स्थिति में नहीं होने के कारण मुझे कलेक्टर कार्यालय भेज दिया। परिजनों ने बताया कि यहां पांच घंटे से इंतजार कर रहे है लेकिन कलेक्ट्रेट में कोई अधिकारी उपस्थित नहीं मिला।
एक दिन पहले निलंबित हुए है कई शिक्षक
बता दें कि सोमवार को मतदान दल (Voting Party) में शामिल शिक्षकों जो कि प्रशिक्षण में उपस्थित नहीं हुए है। उन सभी शिक्षकों को कलेक्टर ने निलंबित कर दिया है। इसकी जानकारी होने पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती महिला शिक्षिका ने एम्बुलेंस वाहन से ही परिजनों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गई। एम्बुलेंस में महिला को ड्रिप चढ़ी रही है। इस दौरान परिजनों ने बताया कि वह ड्यूटी के कटवाने का कोई आवेदन दिया है।
ड्यूटी कटवाने तरह – तरह के आवेदन
17 नवम्बर को मतदान दल में लगे कर्मचारी अपने ड्यूटी कटवाने को लेकर तरह-तरह से प्रयास कर रहे है। जहां कई कर्मचारियों नेताओं के यहां से दबाव बना रहे है। वहीं कई अपनी बीमारी का आवेदन देकर ड्यूटी करने में असमर्थता जता रहें है।