Bommai Movie Review: एक और साइको एक्ट का किरदार निभाते दिखें S. J. Suryah, बोम्मई मूवी हुई रिलीज दिखा प्रेम कहानी का भी तड़का
फिल्म की कहानी कुछ इस कदर है जीवन का प्यार अचानक से गायब हो जाता है एक आदमी इनकार में रहता है। परंतु उसके सोचने की क्षमता बेहद कम होती है वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है यें कमाल हसन रति अग्रिहोत्री की 1980 की क्लासिक उल्लास पर वे एक लाइनर है जो कि एसजे सूर्य और प्रिया भवानी शंकर अभिनेत्री राधा मोहन की नवीनतम फिल्म बोम्मई के आधार पर यह फिल्म बनाई गई है। इलैयाराजा द्वारा रचित पुराने फिल्म का प्रसिद्ध धीवेगा रागम ट्रैक, बोम्मई में उनके बेटे युवान की बदौलत एक नया ज्ञान प्राप्त होता है। जो कि फिल्म के बीच सामान्य रुक माना जाता है।
एसजे सूर्या का एक पुतला चित्रकार राजकुमार का किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि जिन की कला गुड़िया को उतना ही वास्तविकता बनाना जितना भी मनुष्य दिखाई देते हैं जब वह निर्धारित मानव रोग दवाओं को छोड़कर अपनी खोई हुई। बचपन की प्रेमिका नंदिनी को एक पुतले में देखते हैं जिसके चेहरे पर नंदिनी के दिल जैसा दिखाई देने वाला दोस्त होता है हालांकि अपने खोए हुए प्यार को वापस पाने के लिए वे बहुत दूर तक चला जाता हैं।
एसजे सूर्या एक जबरदस्त कलाकार की भूमिका निभा रहे हैं। केवल भी पिछले 5 सालों में उन्होंने अपनी सूक्ष्मता का प्रदर्शन करते हुए भले ही वह नायक की भूमिका निभा रहे हैं परंतु स्पाइडर-मैन सन नेनजम मारप्पथिल्लाई या मनाडू के मामले में एक सहायक चित्र माना जाता है नाटकीय मास्टर और वधांधी द) वेलोनी की कथा परन्तु बोम्मई की अनूठी कहानी जो पूरी तरह से इस मुख्य कलाकार पर आधारित है। उसके लिए बोकर्स जाने का एक आदर्श मंच है और वह ठीक यही कहते हैं। कि नंदिनी को वापस पाने के लिए उनके छोटी कोशिश छोटी जीत की तरह होती है। हर बार जब वें असफल होते हैं। तो यह हमारे दिल को छू लेती है।