मध्य प्रदेशरीवालोकसभा चुनाव 2024सीधी

सीधी में CM शिवराज ने खोला सौगात का पिटरा; मड़वास को तहसील एवं निवास को उप तहसील, कॉलेज और अस्पताल की दी सुविधा

सीधी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मड़वास को तहसील एवं निवास को उप तहसील, गोंड माइक्रो सिंचाई परियोजना अंतर्गत गोतरा बैराज सहित 470 करोड़ रुपए के विकास एवं निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किए है। इस दौरान सीधी सांसद रीति पाठक, विधायक केदार शुक्ला सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को एक दिवसीय प्रवास पर सीधी पहुचे जहां सीएम शिवराज ने सौगात का पिटरा खोलते हुए स्थानिय लोगो की मांग पर मड़वास को तहसील एवं निवास को उप तहसील के साथ ही यंहा कॉलेज, पुलिस की सुविधा एवं 25 बिस्तर का अस्पताल बनाया जाने की घोषणा किए है।

सीधी में CM शिवराज ने खोला सौगात का पिटरा; मड़वास को तहसील एवं निवास को उप तहसील, कॉलेज और अस्पताल की दी सुविधा

होनहार बेटियों को स्कूटी, तेदूपत्ता मजदूरों को दिया जाएगा छाता
सीधी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कंहा कि प्रदेश के होनहार बेटियों को सरकार स्कूटी देने का निणर्य ली है और जो बेटी 12वी कक्षा में टॉप करेगी उसे सरकार की ओर स्कूटी उपहार के रूप में दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कंहा कि सरकार तेदूपत्ता मजदूरों को सुविधा देगी और वे धूंप में जब पत्ता तोड़ने जंगल जाएगें तो उन्हे पैरों में पहने के लिए जूता-चप्पल एंव छाता के साथ पानी के लिए कुप्पी भी देगी। जिससे तेंदूपत्ता मजदूरों को सुविधा हो।

CM SIDHI

142 लोगो को दिए जमीन का अधिकार
भगवान बिरसा मुंडा नगर उत्तर टोला गोतरा में 142 हितग्राहियों को मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार पट्टा 10मी x 6 मी साइज के चिह्नांकित कर लाटरी के माध्यम से वितरित किए गए हैं। इन प्लॉट के लिए 6 मीटर चौड़ाई की मुख्य रोड एवं 4 मीटर चौड़ाई की सहायक रोड बनायी गई हैं। भगवान बिरसा मुंडा नगर में पेयजल के लिये 2 बोर और पार्क निर्मित किया गया है। साथ ही सामुदायिक भवन, आँगनबाड़ी भवन, सामुदायिक शौचालय, नाली, तालाब, प्राथमिक शाला इत्यादि का भी प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में आवास पट्टा वितरण कर एक कॉलोनी के रूप में विकसित किया गया है, जो सीधी जिले का नवाचार है।

CM BHOIJAN

बहनों के हाथ का भोजन कर आत्मा प्रसन्न हो जाती है
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने हितग्राहियों के साथ बैठ कर सहभोज किया। उन्होने परंपरागत ढंग से बने स्थानीय व्यंजनों को बड़े चाव से खाया। बहनों के हाथों से बने स्थानीय व्यंजन कोदो और मेझरी की खीर, रिकमच की सब्जी, कटहल की सब्जी, मऊहरी पूड़ी, महुआ के लड्डू, महुआ तिली मिक्स लाटा, मूनगा के पत्ते की पूड़ी, पराठे और मक्के की रोटी का बड़े चाव से स्वाद लिया। उन्होंने कहा कि बहनों के हाथ का भोजन कर आत्मा प्रसन्न हो जाती है।

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