भोपालमध्य प्रदेश

मौत के सौदागर: 1 लाख से ज्यादा नकली रेमडेसिविर देश भर में बेचीं, अब तक 17 आरोपियों की गिरफ्तारी


कोरोना (Corona) मरीजों की जान बचाने के नाम पर गोरखधंधा करने वालों की सूची में रीवा (REWA) का नाम एक बार फिर आया । पहले डभौरा का एक युवक रेमडेसिविर (Remedesvir) इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम ठगी पकड़ा गया । अब नकली रेमडेसिविर (Remedesvir) बनाने में भी रीवा का युवक मास्टमाइंट निकला । गुजरात के सूरत में चल रहे इस कारखाना में तैयार नकली रेमडेसिविर (Remedesvir) की सप्लाई देश के कई शहरों में हुई है । रीवा के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र अंतर्गत अनंतपुर के निवासी सुनील मिश्रा (
Sunil Mishra) सहित गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के बाद सूरत इंदौर पुलिस कार्रवाई कर रही है ।

TRS कॉलेज REWA का रहा है छात्र

नकली रेमडेसिविर (Remedesvir) के मामले में पकड़े गए सुनील के बारे में बताते हैं कि वह टीआरएस (TRS) कॉलेज का पूर्व छात्र है । कॉलेज से बीकॉम करने के बाद लगभग दस साल पहले वह इंदौर चला गया था । जहां रियल इस्टेट (Real estate) में काम शुरु किया । सूत्रों की मानें तो इसमें भी कई लोगों को चूना लगाया था

गुजरात के मोरबी स्थित फार्म हाउस (farm house in Morbi, Gujarat) पर नमक व ग्लूकोज (salt and glucose) मिलाकर नकली इंजेक्शन बना रहे थे। एक इंजेक्शन 80 रुपए में तैयार कर दलालों की मदद से बाजार में 35-40 हजार में बेचते थे। सूरत पुलिस ने फार्म हाउस से एक लाख नकली इंजेक्शन जब्त किए हैं। आरोपियों ने इंदौर (लिंबोदी) के सुनील मिश्रा (Sunil Mishra) को एक हजार इंजेक्शन देने के अलावा 100 इंजेक्शन दवा बाजार के कारोबारी को भी बेचे हैं।

इस तरह आया हाथ

इंदौर के विजयनगर थाना प्रभारी तहजीब काजी को एक पीडित महिला ने बताया था कि रेमडेसिविर इंजेक्शन और दवाएं व्यक्ति उपलब्ध करा रहा है । लेकिन वह सिर्फ महिलाओं को ही इंजेक्शन और दवाएं देता । जिस पर प्रभारी ने महिला पुलिस को ग्राहक बनाकर इंजेक्शन लिए भेजा । जहां इंजेक्शन बेचने वालों को पुलिस ने पकड़ा और पूछताछ में सुनील का सामने आया । जिस पर पुलिस ने लोकेशन ट्रेस किया और सूरत पुलिस को जानकारी दी ।

1700 में देता था नकली इंजेक्शन

इंदौर पुलिस से जानकारी मिलते ही सूरत पुलिस सुनील को हिरासत में ले लिया ।

मौत के सौदागर: 1 लाख से ज्यादा नकली रेमडेसिविर देश भर में बेचीं, अब तक 17 आरोपियों की गिरफ्तारी

इसके बाद पूरे गिरोह का भंडाफोड़ गया । बताया कि एक इंजेक्शन 1700 रुपए में बिकता लेकिन मार्केट पहुंचने के उसे लोगों द्वारा 35 से 40 हजार रुपये में बेचा रहा था आरोपी सुनील को सूरत से इंदौर लाने के बाद पूछताछ में यह बात सामने आई कि उसने मध्यप्रदेश 12 सौ इंजेक्शन की सप्लाई की है ।

फैक्ट्री में मिला काफी सामान

पुलिस ने जब फैक्ट्री में छापा मारा तो तादात में नकली स्टीकर और हजारों तादाद में नकली इंजेक्शन की शीशियां मिलीं इसमें से कई ग्लूकोज और पानी से भरी गिरोह ने पूछताछ में बताया इंजेक्शन शीशी पर चिपकाने के लिए नकली स्टीकर उन्होंने मुंबई से प्रिंट करवाए थे ।

आसानी से निकल जाती थी गाड़ी

आरोपी काफी शातिर दिमाग वाला है बताते कि आरोपी लंबे समय से गुजरात से इंदौर सड़क मार्ग से इंजेक्शन पहुंचाता था गाड़ी आपातकालीन सेवा लिखवा रखा था इस वजह से उसकी गाड़ी को कोई नहीं रोकता था । सीमा पर कोई चेकिंग नहीं होती थी । वह आसानी से सप्लाई कर रहा था ।

100 Fake Injections दवा बाजार के कारोबारी ने खरीदे

100 नकली इंजेक्शन ( Fake Injections) की एक खेप 17 Thousand प्रति इंजेक्शन के भाव से दवा बाजार के एक कारोबारी को भी बेची। कारोबारी इन्हें ब्लैक में बेचने वाला था।

एक लाख इंजेक्शन पर एक ही बैच नंबर

सुनील ने कबूला कि जल्दबाजी में सभी इंजेक्शन पर एक ही बैच नंबर (246039 ए) डाल दिया था। कुछ इंजेक्शन विजय नगर पुलिस के कांस्टेबल भरत बड़े ने ग्राहक बनकर खरीदे तो सभी में एक ही बैच नंबर मिले। यहीं से आरोपियों की लिंक मिली। आरोपियों ने मुंबई को सेंट्रल पॉइंट बनाकर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, मप्र, राजस्थान में इंजेक्शन बेचे हैं। आरोपियों ने बताया कि सूरत में मास्क व ग्लव्स का कारोबार करने वाले कौशल वोरा और उसके पार्टनर पुनीत शाह ने एक लाख से ज्यादा नकली रेमडेसिविर तैयार कर मुंबई के रास्ते देशभर में बेचे। कबाड़ में इंजेक्शन की खाली बोतलें खरीदने के बाद मुंबई में रैपर तैयार कराए|

सुनील ने बताया कि कौशल व पुनीत नकली इंजेक्शन तैयार कर 6 हजार में दलाल को बेचते थे। दलाल असीम भाले इसे आरोपी प्रवीण उर्फ सिद्धार्थ को 8 हजार 500, प्रवीण धीरज को 16 हजार 500, धीरज 24 हजार में दिनेश चौधरी को और दिनेश ने सोशल मीडिया से लोगों को 35 से 40 हजार में इंजेक्शन बेचे। इसमें प्रिया नामक युवती भी सक्रिय थी।

रेमडेसिविर की कालाबाजारी में 17 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इनमें से 12 आरोपियों के खिलाफ रासुका के प्रस्ताव कलेक्टर काे भेज चुके हैं। शेष आरोपियों के प्रस्ताव भी जल्द भेजे जाएंगे। नकली दवा या कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस सख्त से सख्त एक्शन लेगी।

– आशुतोष बागरी, एसपी

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