Avadhesh Pratap Singh University Rewa: रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विवि ने जिन महिला खिलाडिय़ों का कबड्डी प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया। इनमें रीवा के खिलाड़ी शामिल नहीं थे। वह सभी फर्जी निकले जिसके कारण छतरपुर में आयोजित प्रतियोगिता में उन्हें बाहर कर दिया गया। फुटबाल खिलाड़ी अनुराग सिंह ने आरोप लगाया है कि वह विवि रीवा के खिलाड़ी नही थें इनका फर्जी तरीके से चयनित किये गये है। इस पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बताया जा रहा है कि शारीरिक शिक्षा विभाग में विश्वविद्यालयीन कोष को लुटने खाने का खेल हमेशा से खेलता रहा है, जिस कारण से विवि रीवा का शारीरिक शिक्षा विभाग हमेशा सुर्खियों में रहा है। उक्त विभाग नाम मात्र के लिये खेलों का विभाग है, क्योंकि विभाग की कुर्सी पर बैठने वालों ने अवसर को लाभ के लिए नियमों को तोड़ेते रहते है। । इनकी इस करतूतों के कारण पात्र खिड़ालियों का चयन नहीं हो पाता जिस कारण से उनका भविष्य अंधकार मय होता चला जा रहा है। विवि के शारीरिक शिक्षा विभाग ने अपनी करतूतों के कारण विन्ध्य क्षेत्र सहित समूचे रीवा जिले को शर्मसार किया है।
विरोधी टीम की आपत्ति में हुआ खुलासा
पांच छात्र निकले फर्जी महाराजा छत्रसाल विवि छतरपुर में आयोजित पश्चिमी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला कबड्डी प्रतियोगिता में भाग लेने गई विवि. रीवा की टीम में 5 फर्जी खिलाड़ी जिनको विरोधी किसी टीम के खिलाडिय़ों ने पहचान लिया, विरोधी टीम के द्वारा आपत्ति की गई कि यह खिलाड़ी विवि. रीवा की नहंी है, बल्कि अन्य टीम की खिलाड़ी हैं, जिस पर रिकार्ड चेक करने पर पता चला कि मैदान में कोई और खिलाड़ी खेल रहा है, जिसमे तीन खिलाड़ी शासकीय महाविद्यालय नौरोजवाद एवं दो खिलाड़ी मॉडल साइंस कालेज रीवा की शामिल थीं, जिनका नाम फर्जीवाड़ा करके टीम में जोड़ा गया था, जिस कारण से टीम को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
इस फुटबॉल व कबड्डी खिलाडिय़ों ने सामूहिक रूप से उच्च शिक्षा विभाग से यह मांग की है कि विवि. रीवा शारीरिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर व फर्जी खिलाडिय़ों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाय, जिससे भविष्य मे इस तरह का फर्जीवाड़ा न हो सके और पात्र खिलाडियों को सही स्थान मिल सके।