मध्य प्रदेशरीवा

CM Mohan सहित मंत्री मंडल के 23 मंत्री खेती से बने करोड़पति, 31 में 30 करोड़पति

एडीआर ने जारी किया रिपोर्ट

रीवा। प्रदेश में एक ओर जहां किसान अपनी आमदनी से जिंदगी में जस्री रोजमर्या की चीजों के लिए संघर्ष कर रहा है। वहीं भाजपा के नए मंत्रीमंडल में शामिल 31 मंत्रियों में 30 करोड़ पति है। इसमें दिलचस्प बात यह है इनमें 23 मंत्री जिसमें स्वंय मुख्य मंत्री भी शामिल है इन सब ने अपनी आय खेती से बताई है और स्वंय को किसान बताया है।

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 31 में से 23 मंत्री जिसमें खुद मुख्यमंत्री शामिल हैं, ने अपने व्यवसाय को खेती बताया है। यानी किसी ने कृषि लिखा है तो किसी ने खुद को धरती पुत्र यानी फार्मर बताया है।

वहीं दूसरे नंबर पर ज्यादातर ने विधायक और सांसद के रूप में मिल रही पेेंशन का भी उल्लेख किया है। इसके अतिरिक्त कुछ मंत्रियों खेती के अलावा अन्य गतिविधियों को भी आय का साधन बताया है। इनमें राजेंद्र शुक्ला पुश्तैनी आय, विश्वास सारंग ने बैंक ब्याज, रूम रेंट, विजय शाह ने वेयर हाउस व गैस एजेंसी, संपतिया उइके ने वेयर हाउस को भी अपनी आय का जरिया बनाया।

कृष्णा गौर ने सामाजिक कार्य भी बताया है। नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कृषि के अलावा सिविल इंजीनियरिंग, प्रतिमा बागरी और प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजनेस को भी बताया है। एकमात्र एदल सिंह कंषाना ऐसे हें जिन्होंने कृषि के साथ डेयरी और पशुपालन को अपना व्यवसाय बताया है।

गौतम टेटवाल इकलौते लाखपति
मोहन सरकार में 31 में से 30 मंत्री करोड़पति हैं। इनमें सबसे अधिक धनवान मंत्री चौतन्य काश्यप हैं, जिनकी संपत्ति 296.08 करोड़ है। वहीं सारंगपुर विधायक गौतम टैटवाल ही मंत्रिमंडल में ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति सबसे कम 89.64 लाख है। खास यह है कि 25 मंत्रियों ने अपनी देनदारी घोषित की है, जिसमें से काश्यप ने 20.17 करोड़ के साथ सबसे ज्यादा देनदारी घोषित है। शैक्षिक योग्यता देखें तो 08 (26 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता कक्षा 8वीं से 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 23 यानी 74 प्रतिशत ने अपनी शिक्षा ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन बताई है।

मौजूदा मंत्रिमंडल में भले ही 7 पहली बार के विधायक हैं, जिनको मंत्री बनाया गया है, लेकिन 31 में से केवल 5 यानी 16ः की उम्र 21 से 50 के बीच है। यानी ये युवा हैं। 26 यानी 84ः मंत्रियों ने अपनी उम्र 51 से 70 वर्ष के बीच हैं। महिलाओं को प्रतिनिधित्व जरूर 31 में से 05 यानी 16 प्रतिशत दिया गया है।

Related Articles

Back to top button