बस हादसा: 13 मौत पर मुख्यमंत्री सख्त, पहली बार आला-अफसरों पर गाज प्रमुख सचिव, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, कलेक्टर एसपी को हटाया, आरटीओ-सीएमओ सस्पेंड
गुना अस्पताल पहुंचकर मुख्यमंत्री ने जाना घायलों का हाल, डीएनए टेस्ट से होगी मृतकों की पहचान
गुना। गुना में हुए बस हादसे में १३ लोगों की मौत के अगले ही दिन सरकार एक्शन में दिखाई दी। गुरुवार को सरकार ने आला अफसरों पर कार्रवाई कर लापरवाही पर सख्त कार्रवाई का संदेश देने की कोशिश की है। सीएम के निर्देश के बाद गुना कलेक्टर तरुण राठी, एसपी विजय कुमार खत्री के अलावा ट्रांसपोर्ट कमिश्नर संजय कुमार झा को हटा दिया है। वहीं आरटीओ रवि बरेलिया और सीएमओ (चीफ म्युनिसिपल ऑफिसर) बीडी कतरोलिया| को सस्पेंड कर दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज गुना में जिला चिकित्सालय पहुंच कर बस हादसे में घायल लोगों का हाल जाना एवं उनसे घटना के संबंध में जानकारी ली।
समेत देखिए, मुख्यमंत्री जी की दिनभर की गतिविधियां सिर्फ #CMToday पर…@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/KwC7dMjuH0
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 28, 2023
कलेक्टर का अतिरिक्त प्रभार जिला पंचायत सीईओ प्रथम कौशिक को सौंपा है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के पीएस सुखवीर सिंह से परिवहन विभाग के पीएस का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया है। एसीएस गृह विभाग राजेश राजौरा को अपर मुख्य सचिव परिवहन विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
गुना बस हादसा मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारी स्थानांतरित…
➡️ कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, गुना और प्रमुख सचिव परिवहन को उनके दायित्व से मुक्त कर अन्यत्र पदस्थ किया गया।
➡️परिवहन आयुक्त को भी स्थानांतरित किया गया।
➡️परिवहन अधिकारी और समय पर… pic.twitter.com/qNwk5ie9mH
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चार सदस्यीय जांच समिति गठित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के
आदेश पर अपर जिला दंडाधिकारी मुकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हादसे की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है। समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सीएम ने कहा जो भी जिम्मेदार है, उसे छोड़ेंगे नहीं।
गुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी।
मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
साथ ही परिवहन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कठोर… pic.twitter.com/d5JzMnhhiN
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उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए: दिग्विजय
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हादसे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा- बस बिना परमिट और बिना फिटनेस के चल रही थी। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
गुना से आरोन जाने वाली बस में दुखद घटना होने के समाचार प्राप्त हुए हैं। अभी तक 13 से ज्यादा लोग मारे गए हैं व 15 बुरी तरह जल गए। ऐंसी जानकारी मिली है यह बस बिना परमिट के बिना फिटनेस के चल रही थी इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए और दोषियों पर सख़्त कार्यवाही होना चाहिए।…
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 28, 2023
जिले के आला अफसरों पर कार्रवाई
प्रशासनिक चूक पर हटे कलेक्टरः हादसे में प्रशासनिक चूक को लेकर गुना कलेक्टर तरुण राठी को हटा दिया गया है। हालाकि कलेक्टर घटना के तत्काल बाद मौके पर पहुंच गए थे फिर भी जिले का मुखिया होने के नाते गाज गिरी है।
एसपी भी हटाए गए: एसपी विजय खत्री को भी को भी हटाया है। कानून-व्यवस्था का जिम्मा एसपी पर ही था। ऐसे में कलेक्टर के साथ इन पर भी कार्रवाई होना तय था।
लापरवाही की गाज आरटीओ परः जो बस हादसे का शिकार हुई, उसकी हालत कंडम थी। इसके अलावा उसका रजिस्ट्रेश और बीमा नहीं था। बस का फिटनेस सर्टिफिकेट भी एक्सपायर हो चुका था। इसके बावजूद बस सड़कों पर दौड़ रही थी। इस कारण आरटीओ रवि बरेलिया नप गए।
देर से पहुंची दमकल, सीएमओ नपेः मौके पर दमकल के पहुंचने में देरी की बात भी सामने आई है। घायलों और मौके पर प्रत्यक्षदिर्शयों ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद नपा सीएमओ बीडी कतरोलिया को सस्पेंड कर दिया गया।