बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर उपमुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद; 42 डिग्री में सडक़ में दिखा पुलिस व नगर निगम के अधिकारी

रीवा। शहर में लगातार अपराधिक घटनाओं और नशे के अवैध कारोबार को लेकर कांग्रेस विधायक ने प्रशासन को घेरा है। वही अब स्थानीय विधायक व उपमुख्यमंत्री ने बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर जमकर नाराजगी जताई है। गत दिनों बैठक में डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जमकर अधिकारियों की क्लास ली। अधिकारियों को दो टूक में कहा कि अवैध नशे के कारोबार मेे हरहाल में अंकुश लगाए। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारें।

  • बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर उपमुख्यमंत्री की नाराजगी

बैठक में शनिवार को ही नगर निगम आयुक्त और एएसपी और ट्रैफिक डीएसपी सहित पूरे अधिकारी दोपहर में पसीना बहाते दिखे। एसी कमरे में बैठे अधिकारी शनिवार को शहर के विभिन्न स्थानों में अतिक्रमण और ऑटो को व्यवस्थित करने की योजना बना रहे है। हालांकि यह पहलीबार नहीं है इसके पहले भी इस तरह के प्रयास कई बार हुए है लेकिन अंत में राजनीतिक दबाव के चलते वापस कदम पीछने पड़े है। दोपहर सिरमौर चौराहा,समाना फ्लाई ओंवर अस्पताल चौराहा और प्रकाश चौराहा, स्टेच्यू चौराहा का निरीक्षण किया है। यहां लगने वाले ठेलों व दुकानों को व्यवस्थित करने की बात कही है।

शराब और कोरेक्स तस्कर बंद करें संरक्षण
कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा शराब और नशे के अवैध कारोबार को लेकर पुलिस अधिकारियों पर सवाल उठाने के बाद अब उपमुख्यमंत्री ने नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की बात कही है जिससे की युवा को नशे से दूर हो सके। डिप्टी सीएम ने कहा कि जिले युवाओं में बढ़़ती नशे की प्रवृत्ति ङ्क्षचता का विषय है। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करें। जिससे की अपराध में अकुंश लगें।

व्यस्थित होने तक चलाए अभियान ट्रैफिक की बिगड़ती व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा यातायात सुधारने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इतना ही नहीं ट्रैफिक व्यवस्था जमतक पटरी में नहीं आती है तब इस कड़ाई से पालन कराया जाए।

नगर निगम व पुलिस का मिलता है संरक्षण
बता दें शहर के बढ़ते अतिक्रमण का खुला संरक्षण नगर निगम के अधिकारियों का है। अपने हित को साधने के लिए दोनों प्रतिबंधित क्षेत्रों में ठेले एवं गोमती रखवाते है। जिसका खमियजा आम जनता को रोजाना चुकना पड़ता है। वहीं दूसरी शहर में एक और जहां बड़े बडे व्यवसायिक कॉम्लेक्स बन रहे है लेकिन इनमें पार्किंग व्यवस्था नहीं है । इससे वाकिफ होने के बावजूद नगर निगम के अधिकारी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करते है।