Rewa Crime: एटीएम बूथों में ढूंढते थे शिकार, मदद के बहाने जानिए कैसे खातों से उड़ाते थे रुपए
रीवा। पहले एटीएम बूथ के बाहर खड़े होकर अपने शिकार की तलाश करते थे। बाद में उसे मदद का झांसा देकर बड़ी सफाई से उनके खाते से रकम उड़ा लेते थे। पीडि़त के वहां से जाते ही उसके खाते को पल भर में ही साफ कर देते थे। पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो एटीएम बूथ में ठगी करता था। इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनके कब्जे से 2 दर्जन से अधिक एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। आरोपियों ने पूछताछ में दर्जन भर से अधिक घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है जिसके संबंध में पुलिस उनसे जानकारी ले रही है।
वारदात की फिराक में थे आरोपी
बता दें कि समान तिराहे में स्थित एटीएम बूथ में दो संदिग्ध वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने समान थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने दबिश देकर दो युवकों को एटीएम बूथ के बाहर से गिरफ्तार किया। तलाशी में उनके कब्जे से 27 एटीएम कार्ड बरामद हुए जो अलग-अलग बैंकों के थे। शुरुआती जांच में उनकी गतिविधियां संदिग्ध होने पर पुलिस उन्हें थाने ले आई। पूछताछ में एटीएम बूथ में ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली एक बड़े गिरोह का खुलासा हो गया। इस गिरोह ने 2 दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है।
सीधी जिले के हैं आरोपी
पकड़े गए आरोपियों में दिनेश साहू पिता लालमन साहू 26 वर्ष निवासी सलैया थाना मझौली जिला सीधी, हरिओम शुक्ला पिता शेषमणि शुक्ला 30 वर्ष निवासी खम्हा थाना मझौली जिला सीधी शामिल है। वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी दिनेश साहू आदतन अपराधी है जिसके खिलाफ कई थाने थाने में भी मामले दर्ज हैं। पुलिस उनसे अब शहर के भीतर कोई एटीएम फ्रॉड की घटनाओं के संबंध में पूछताछ कर रही है।
ऐसे देते थे घटनाओं को देते थे अंजाम
वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश शातिराना अंदाज में पहले आरोपी एटीएम बूथ के आसपास सक्रिय रहते थे और ऐसे लोगों पर नजर रखते थे जो बुजुर्ग या फिर उनसे एटीएम मशीन ऑपरेट करते न बनता हो। ऐसे वह लोगों की मदद के बहाने बड़ी सफाई से उनका कार्ड बदल देते थे और पासवर्ड देखकर खातों से रुपए निकाल लेते थे। जल्दबाजी में लोग दूसरा कार्ड जेब में डाल कर अपने घर चले जाते थे। जब उनके खाते से रुपए निकल जाते थे तब उन्हें घटना की जानकारी होती थी।
बदमाशों ने इन्हें बनाया शिकार
पूछताछ में इस गिरोह ने शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। 28 नवंबर को वैशाली मिश्रा पिता कमलेश मिश्रा निवासी छिरहटा थाना गोविंदगढ़ का कार्ड बदलकर बदमाशों ने 41300 रुपए निकाल लिए थे। वहीं दूसरी घटना अमहिया थाना क्षेत्र में विजेंद्र कुमार तिवारी पिता छोटेलाल तिवारी निवासी घुघरी थाना लौर से 24 नवंबर को सिरमौर चौराहा स्थित एटीएम बूट से कार्ड बदलकर 22000 निकाल लिए थे। इसके अलावा भी उन्होंने शहर के अन्य थाना क्षेत्रों में हुई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस ने उनको न्यायालय में पेश कर 2 दिन की रिमांड में लिया है।