रीवा के त्योंथर से भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने सोशल मीडिया में धर्म के नाम पर अतिक्रमण और मजार को लेकर एक पोस्ट कर दी। जो चर्चा का विषय बन गई है। शुक्रवार को पोस्ट पर सफाई देते हुए उन्होंने एक बयान भी दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि नवरात्रि के शुभ अवसर पर मजार का अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।
फेसबुक पोस्ट से हुई मामले की शुरुआत
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि धर्म के नाम पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। प्रशासन को इस पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए। सिद्धार्थ तिवारी ने फेसबुक एकाउंट में की गई पोस्ट में लिखा है कि रीवा शहर के सबसे व्यस्ततम अमहिया क्षेत्र में गुंबदनुमा मजार रोड पर बना दी गई है। पहले यहां सिर्फ एक छोटी सी मजार थी, धीरे-धीरे कब्जा बढ़ता गया और अब यह अतिक्रमण पूरी तरह से सड़क पर आ चुका है। यातायात बाधित हो रहा है।
रीवा शहर के सबसे व्यस्ततम अमहिया क्षेत्र में गुंबदनुमा मजार रोड में बना दी गई है। पहले यहां सिर्फ एक छोटी सी मजार थी, धीरे-धीरे क़ब्ज़ा बढ़ता गया और अब यह पूरी तरह से सड़क पर आ चुका है। जिसके कारण आए दिन यहां जाम कि स्थिति बनी रहती है। आम जनता परेशान होती है।
मेरा निवेदन है रीवा… pic.twitter.com/tXXfNWmeb4
— Siddharth Tiwari (@Siddh_vindhya) October 3, 2024
विधायक बोले- नवरात्रि के शुभ अवसर पर अतिक्रमण पर हो कार्रवाई
मैंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। आते-जाते हुए मुझे लगा कि अतिक्रमण है। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में असुविधा हो रही है। मैं इसी अमहिया में पैदा हुआ है। मेरे पिता का जन्म भी यही हुआ था। पिछले 7-8 दशकों से यहां हमारा घर रहा है।
जब हम छोटे थे, अमहिया मोड़ से होकर गुजरा करते थे। उस समय एक छोटा सा 3 बाय 3 का चबूतरा हुआ करता था। जिस पर चादर डाली होती थी। शायद कुछ लोगों की आस्था का प्रतीक भी रहा होगा। उस जमाने में किनारे पर छोटा सा बनाया हुआ था। तब मजार की वजह से आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होती थी। लेकिन पिछले कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि उस 3 बाय 3 की मजार को भव्य बिल्डिंग में तब्दील कर दिया गया है।
जहां हरे रंग की दीवार आधे सड़क को घेरे हुए है।मजार की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी असुविधा हो रही है। आते-जाते सभी लोग परेशानी का सामना करते हैं। अमहिया की आबादी अब काफी बढ़ चुकी है। जिस वजह से वाहनों का आवागमन पहले से अधिक होता है। अतिक्रमण पर निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। मैंने कलेक्टर को भी इस बात से अवगत कराया है। मेरे हिसाब से किसी को भी इससे कोई नाराजगी नहीं होगी। सड़क से होकर हिंदू-मुस्लिम सभी धर्म के लोग निकलते हैं। जहां सभी को असुविधा का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को भी नवरात्रि के शुभ अवसर पर ये काम कर देना चाहिए।
मुस्लिम बोले-पहले विधायक का घर हटाओ
उधर पूरे मामले में मुस्लिम पक्ष ने विधायक के इस बयान पर विरोध जताया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि जिस मजार पर विधायक कार्रवाई की बात कर रहे हैं। वो मजार वर्षों पुरानी है। जिससे मुस्लिम सम्प्रदाय की आस्था जुड़ी हुई है। विधायक के इस बयान से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। विधायक का ये बयान माहौल को खराब करने वाला है।
वसीम राजा ने कहा कि विधायक सिद्धार्थ तिवारी कह रहे हैं कि नवरात्रि के पर्व पर दरगाह गिराना चाहिए। उनका ये बयान हिन्दू-मुस्लिम एकता को तोड़ने वाला है। वो रीवा की पुराने समय से चली रही गंगा-जमुनी परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। लोगों को इस तरह के बयान से भड़का रहे हैं। लेकिन लोग उनके झांसे में नहीं आने वाले।
अब्दुल शहीद मिस्त्री ने कहा कि जिस जमीन की बात सिद्दार्थ तिवारी कर रहे हैं। वो जमीन वक्फ बोर्ड की है। अगर अतिक्रमण हटाने की शुरुआत करना ही चाहते हैं। तो पहले विधायक सिद्दार्थ तिवारी का घर हटाया जाना चाहिए। डिप्टी सीएम का घर भी वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। भाजपा विधायक ने अपने दादा और पिता की विचारधारा से कुछ नहीं सीखा। जो सबको साथ लेकर चलना जानते थे।
कलेक्टर ने कहा- यातायात हो रहा बाधित
पूरे मामले में रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी से अतिक्रमण की शिकायत मिली है। सूचना मिली है कि अतिक्रमण की वजह से लोगों को आवागमन में समस्या हो रही है। यातायात बाधित हो रहा है। हाईकोर्ट का आदेश भी है कि इस तरह के धार्मिक स्थलों पर गाइडलाइन का पालन करते हुए ही कार्रवाई की जानी चाहिए। इसलिए आपसी समझ से जांच के बाद इसे हटाया जा सकता है। मौके पर तहसीलदार को भेजा जाएगा। इसके बाद आवश्यक होने पर अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस विधायक बोले-नहीं हटने दूंगा मजार
पूरे मामले में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने पत्र जारी कर दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है की किसी कीमत पर मैं मजार को हटाने नहीं दूंगा। 35 वर्षों से मेरी व्यक्तिगत आस्था मजार से जुड़ी हुई है। कांग्रेस विधायक ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला पर आरोप लगाया है कि यह सब उन्हीं के इशारे पर हो रहा है।