रीवा. लोकसेवा यांत्रिकी विभाग के सचिव पी नरहरि ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर विभाग की योजनाओं की समीक्षा की।
उन्होंने जल जीवन मिशन के नल जल योजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए टारगेट भी तय कर दिया है। जिस भ्रष्टाचार की वजह से योजना लेटलतीफी का शिकार हुई है उस पर बैठक में कोई बात नहीं हुई।
हाल ही में मिशन में 136 करोड़ का घोटाला एक जांच रिपोर्ट के जरिए सामने आया है। इसी बीच बैठक भी बुलाई गई, इस कारण स्थानीय अधिकारियों को कार्रवाई का डर था लेकिन बैठक में इसकी चर्चा नहीं हुई। नरहरि ने कहा कि जल जीवन मिशन हर घर में नल से शुद्ध पानी पहुंचाने योजना के सभी कार्य तय समय सीमा में पूरा करें।
पीएचई विभाग के उपयंत्री तथा जनपद के मुख्यकार्यपालन अधिकारी समन्वय से प्रयास करेंगे तभी नलजल योजनाओं का संचालन और संधारण हो सकेगा। एकल नलजल योजनाओं के कार्य 31 दिसम्बर तक हर हाल में पूरा करके लक्ष्य के अनुसार घरों में नल कनेक्शन दें। यह योजना आमजनता की स्वास्थ्य रक्षा, महिलाओं के सशक्तिकरण तथा जल संरक्षण के उद्देश्यों में भी सहायक है।
छूटे कार्य 15 दिसम्बर तक पूरा करें
विभाग के सचिव ने कहा, जिन एकल नलजल योजनाओं का कार्य 70 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो गया है उनके छूटे कार्य 15 दिसम्बर तक पूरे कराकर योजना ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करें। जनपद के सीईओ पूर्ण नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कराकर उनका संचालन कराएं। हर नल में पर्याप्त और प्रतिदिन पानी पहुंचे तथा हर घर से जल कर की राशि मिले, इसे सुनिश्चित करें। पानी की नियमित आपूर्ति होगी तो जल कर भी अवश्य मिलेगा। बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद, कलेक्टर प्रतिभा पाल, प्रभारी सीइओ जिपं सपना त्रिपाठी, प्रमुख अभियंता केके सोनगरिया, मुख्य अभियंता एचएस गौड़, अधीक्षण यंत्री एसएल धुर्वे, कार्यपालन यंत्री संजय पाण्डेय, जिला प्रबंधक जल जीवन मिशन चित्रांशु उपाध्याय सहित अन्य मौजूद रहे।
चार लाख लोगों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य
दिसम्बर तक रीवा और मऊगंज जिलों के 3,90,229 घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है। जीवन मिशन के प्रबंध संचालक केवीएस चौधरी ने कहा कि रीवा और मऊगंज जिलों में पांच बड़ी समूह नलजल योजनाओं का कार्य चल रहा है। इनमें से कंदैला योजना से 109 में से 106 गांवों में पानी दिया जा रहा है। शेष चार योजनाओं का कार्य मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद हर घर में नल से पानी की आपूर्ति होने लगेगी।