Water Train: जल्द ही भारतीय रेलवे में एक नया और अत्याधुनिक बदलाव देखने को मिलेगा। पानी से चलने वाली हाइड्रोजन ट्रेन जल्द ही पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी। यह एक महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति है जो भारतीय रेल यातायात को एक नए युग में ले जाएगी।
Main points:
1. भारतीय रेलवे पर्यावरण अनुकूल हाइड्रोजन ट्रेन की शुरुआत करने जा रहा है।
2. यह ट्रेन डीजल या बिजली के बजाय हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिश्रण से बिजली पैदा करेगी।
3. इस तकनीक का उपयोग करके, केवल भाप और पानी ही उप-उत्पाद के रूप में निकलेगा, जो पर्यावरण के लिए बेहद अनुकूल है।
4. एक पायलट प्रोजेक्ट दिसंबर 2024 में शुरू होने की संभावना है।
5. यह ट्रेन हरियाणा में 90 किलोमीटर लंबी जींद-सोनीपत लाइन पर चलेगी।
6. प्रति घंटे लगभग 40,000 लीटर पानी का उपयोग किया जाएगा।
7. भारतीय रेलवे का लक्ष्य देश भर में 35 हाइड्रोजन ट्रेनें शुरू करना है।
8. प्रत्येक हाइड्रोजन ट्रेन की लागत लगभग 80 करोड़ रुपये होगी।
9. ये ट्रेनें कम आवाज करेंगी, जो यात्रियों के लिए एक अतिरिक्त लाभ होगा।
यह नवीन तकनीक भारतीय रेलवे को और अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करेगी, जो देश के परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।