ग्वालियर के शिवाय अपहरणकांड के दोनों आरोपियों को मुरैना पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान राहुल गुर्जर निवासी जिगनी और बंटी गुर्जर निवासी शिवलाल का पुरा, मुरैना के रूप में हुई है। मुरैना पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल लाल रंग की बाइक भी जब्त कर ली है।
एसपी समीर सौरभ ने बताया कि शनिवार रात 11:30 बजे माता बसैया थाना पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुतवार रोड पर दो बदमाश लूट की योजना बना रहे हैं। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची तो बदमाशों ने गोलियां चलाना शुरू कर दीं। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से करीब 5-6 राउंड गोलियां चलीं। भागने की कोशिश में दोनों बदमाशों के पैर में गोलियां लगीं। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि ग्वालियर में शिवाय गुप्ता के अपहरण में उनका हाथ है।
दोनों बदमाशों के उल्टे पैर में लगी गोलियां
इस एनकाउंटर की खास बात यह रही कि दोनों बदमाशों को शरीर में एक ही जगह पर पुलिस की गोलियां लगीं। राहुल के बाएं पैर में घुटने से नीचे पिंडली में गोली लगी। उसी तरह बंटी के भी बाएं पैर में घुटने के नीचे गोली मारी गई। फायरिंग के दौरान बदमाशों द्वारा दागी गई दो गोलियां पुलिस की गाड़ी में लगीं।
आधे घंटे में एनकाउंटर के बाद 20 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंची पुलिस
मुरैना पुलिस के इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठ रहे हैं। एसपी समीर सौरभ ने बताया कि रात 11:30 बजे पुलिस को दोनों आरोपियों की लोकेशन मिली जबकि रात 12:00 बजे पुलिस उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंच चुकी थी। करीब आधे घंटे में एनकाउंटर वाले स्पॉट माता बसैया के कुतवार रोड से 20 किलोमीटर चलकर दोनों बदमाशों को मुरैना जिला अस्पताल लाने की बात कही गई है। इसके अलावा दोनों ही बदमाशों के पैर में रिवॉल्वर से गोलियां मारी गई हैं। गोली के निशान बहुत बारीक हैं। इससे पता लग रहा है कि उन्हें पास से गोलियां मारी गई हैं।
वारदात में शामिल दो आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शिवाय गुप्ता का अपहरण करने वाले गैंग में चार लोग शामिल थे। अपाचे बाइक पर अपहरण करने वालों में राहुल गुर्जर निवासी पिपरई गांव, थाना सराय छोला और बंटी गुर्जर निवासी शिवलाल का पुरा गांव, थाना स्टेशन रोड मुरैना शामिल थे। वहीं, स्पलेंडर पर रेकी करने वालों में राहुल गुर्जर, निवासी जिगनी गांव, थाना दिमनी और भोला गुर्जर, निवासी गड़ौरा गांव, मुरैना शामिल थे। मामले का मास्टरमाइंड जिगनी गांव के रहने वाले राहुल गुर्जर को बताया जा रहा है।
ई-रिक्शा वाले ने बच्चे को पहचाना, सरपंच ने पुलिस को सूचना दी थी
शिवाय एक जगह पर खड़ा रो रहा था। वहां से गुजरे एक ई-रिक्शा वाले ने उसे पहचान लिया कि वह ग्वालियर से किडनैप हुआ है। उसने बच्चे को कांजी बसई गांव के सरपंच को सौंप दिया। सरपंच ने बच्चे के माता-पिता और पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने बच्चे को अपनी निगरानी में लिया। उसकी वीडियो कॉल पर मां-पिता से बात कराई। रात में ही पुलिस की टीम शिवाय को लेकर ग्वालियर उसके घर पहुंची। बेटे को देखते ही मां-पिता के आंसू निकल आए थे।
शिवाय बोला- किडनैपर ने थप्पड़ मारा तो मैंने लात मारी
शिवाय गुप्ता ने बताया कि बदमाशों ने मुझे खाने के लिए चॉकलेट-बिस्किट ऑफर किए, लेकिन मैंने खाने से इनकार कर दिया। घर जाने की जिद की तो एक ने चांटा मारा। गुस्से में मैंने भी उसे लात मार दी। फिर कोई कॉल आया और दोनों मुझे बाइक से बिठाकर ले गए। आगे सुनसान जगह छोड़ दिया। जाते समय बताया कि थोड़ा आगे घर है।