जानिए कब पड़ रहा सावन सोमवार प्रदोष व्रत, इस बार बन रहा खास संयोग
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत पड़ता है, लेकिन सावन माह में पडऩे वाला प्रदोष व्रत कई मायनों में महत्वपूर्ण होता है। सावन का महीना 14 जुलाई 2022 से प्रारंभ हो चुका है। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। पंचांग के अनुसार सावन माह का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई को पड़ेगा। इस दिन का पूजा मुहूर्त शाम 07.17 से रात 09.21 तक रहेगा.
पूजा की विधि
सावन सोमवार प्रदोष व्रत के दिन प्रात: काल जल्दी उठें और नित्य कर्म स्नान आदि करके पूजा के लिए साफ कपड़ा पहन लें। उसके बाद पूजाघर में दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प लें। पूरे दिन व्रत रखते हुए प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करें। दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। भगवान शिव को भांग, धतूरा, बेलपत्र फूल और नैवेद्य अर्पित करें। इसके बाद भगवान शिव की प्रतिमा के पास धूप-दीप जला कर प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें या सुनें। अंत में शिवजी की आरती करके पूजा समाप्त करें।
इसलिए खास है सावन का पहला प्रदोष व्रत
इस साल सावन माह में पडऩे वाला पहला प्रदोष व्रत कई मायनों में खास है। क्योंकि सावन प्रदोष व्रत बेहद शुभ संयोग में रखा जाएगा। सावन महीना भगवान शिवजी की पूजा को समर्पित होता है और प्रदोष व्रत का पूजा-व्रत भी भगवान शिवजी के समर्पित है। वहीं सावन का पहला प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा है। सोमवार का दिन भी भगवान शिवजी की पूजा के लिए समर्पित होता है। ऐसे में इस बार खास संयोग में सावन में प्रदोष व्रत के दिन पूजा करने और व्रत रखने शुभ फलों की प्राप्ति का लाभ कई गुणा बढ़ जाता है।