इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़, करने लगी यूपीएससी की तैयारी, दो बार हुईं फेल, तीसरी बार में बनी IAS ऑफिसर
अगर इंसान किसी काम को पूरी शिद्दत से करने की ठान ले तो उसके रास्ते में कितने ही मुसीबत आए वह सभी पार करके अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाता है। ऐसे ही कहानी है आईएएस विशाखा यादव की।
विशाखा दिल्ली के द्वारका के रहने वाले हैं, इन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से UG किया। यूजी की पढ़ाई पूरी करने के बाद इनकी नौकरी लग गई और ये बतौर इंजीनियर नौकरी करने लगीं।
विशाखा का नौकरी में मन नहीं लगता था क्योंकि इन्हें अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना था इसलिए इन्होंने 2 महीने बाद ही नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयार शुरू की।
कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पहली बार यूपीएससी का पेपर दिया, लेकिन विशाखा प्रीलिम्स एग्जाम मे ही फेल हो गई, इसके बाद इन्होंने दूसरे प्रयास फिर प्रीलिम्स एग्जाम दिया, लेकिन विशाखा को इस बार भी ना कामयाबी ही हाथ लगी।
लेकिन विशाखा के हौसले बुलंद थे इसलिए उन्होंने हार नहीं मानी और निरंतर पढ़ाई की और जबरदस्त हौसले के कमबैक किया। विशाखा यादव ने अपने तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक-6 हासिल की, और अपने सपने को साकार कर दिखाया।
अब यूपीएससी 2020 की आईएएस विशाखा यादव को AGMUT कैडर मिला है। विशाखा यादव की ये कहानी उनके लिए प्रेरणादायी है, जो असफलता से हार मान जाते हैं।