MP CM हाउस में लगा है कलेक्टर एसपी पोस्टिंग का मैन्युकार्ड, Congress का बड़ा हमला
विंध्य भास्कर डेस्क। अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ( Digvijay Sings) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Chief Minister Shivraj Singh) पर ब़ड़ा हमला बोला। इन दिनों कलेक्टर एवं एसपी की पोस्टिंग को लेकर मध्य पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपी के सीएम हाउस में पोस्टिंग को बकायदा मैन्युकार्ड है। इसमें जिले के अनुंसार कमीशन तय है। एसपी व कलेक्टर अपनी पोस्टिंग इसी मैन्यु पोस्टिंग के आधार पर करवाते हैै। इतना नहीं नीचे स्तर में पटवारी, तहसीलदार, एसडीएम की पोस्टिंग के लिए भी 40 प्रतिशत कमीशन तय है। जब अधिकारी व कर्मचारी अपनी पोस्टिंग में पैसा देते है तो वह पूरा पैसा वसूलते है। यही कारण है कि प्रदेश में प्रत्येक कार्यालय में खुले आम लोगों से वसूली हो रही है परिणाम स्वरूप् हर जगह भ्रष्टाचार फैला हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री के इन आरोपों के बाद प्रदेश में राजनीतिक सियासत गरमा गई है।
बता दें कि चुनावी साल में कांग्रेस भ्रश्टाचार को लेकर लगातार भाजपा पर हमला कर रही हैै। पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी आने के बाद अब कांग्रेस ने प्रदेश में पोस्टिंग को लेकर चल रहे कमीशन के खेल पर भाजपा के मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में पोस्टिंग के लिए सीएम हाउस की सिफारिश चल रही है। इसके लिए बकायदा सीएम हाउस में पोस्टिंग का मैन्युकार्ड है। जबकि मेरे सरकार के रहते हुए दस सालों में कलेक्टर एवं एसपी के पोस्टिंग को लेकर एक भी आरोप नहीं लगे हैै। दरअसल यह विवाद परिवहन विभाग के चौकियों पर चल रह अवैध प्रवेष शुल्क की वसूली को लेकर शुरू है। इसमें ऑल इंडिला टांसपोर्ट ने प्रधानमंत्री को सूची सौंपी है जिसमें प्रवेष शुल्क के नाम पर 12 सौ से तीन हजार रूपए तक की वसूली होती है।
MP CM हाउस में लगा है कलेक्टर एसपी पोस्टिंग का मैन्युकार्ड, Congress का बड़ा हमला 50 फीसदी से अधिक कमीशन लेकर CM House से होती है Postinghttps://t.co/wUqFLvARPG pic.twitter.com/XkZzpeP23V
— Vindhya bhaskar (@Vindhyabhaskar) August 11, २०२३
लोकायुक्त में रोजाना रिश्वत लेते पकड़े गए कर्मचारी
प्रदेश में सरकारी कार्यालय में व्यापात भ्रश्टाचार की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोकायुक्त में प्रतिदिन रोजाना रिश्वत लेते पकड़े गए है। इनमें जो मामले सामने आए है उनमें आम आदमी के साधारण मामले जिनकों करने के लिए लोक सेवकों के नियुक्ति की है लेकिन इन कामों के लिए बकायदा शासकीय कार्यालयों में खुलेआम पैसा वसूला जा रहा है।