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छत्तीसगढ के बेमेतारा में तनाव, पुलिस छावानी में हुआ तब्दील

छत्तीसगढ। राज्य़ के बेमेतरा के रामपुर गांव में तनाव के हालात बन गए हैं बेमेतरा गांव छावनी में तब्दील कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ढूंढ रही है। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों के साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण शाव के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, वही पुलिस पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है अरुण को हिरासत में ले लिया गया।

छत्तीसगढ़ में बेमेतरा के बिरनपुर गांव में दो स्कूली बच्चों के बीच उपजे विवाद ने बड़ा रूप ले लिया है। प्रदेश बंद के आह्वान के बीच गांव में आगजनी के साथ पुलिस व पत्रकारों पर पत्थबाजी हुई। दो छात्रों के विवाद ने कैसे छत्तीसगढ़ बंद कराया। जानें अब कैसे हैं बेमेतरा-बिरनपुर के हाल। शनिवार 08 अप्रैल को उपजे विवाद के बाद सोमवार को भी बेमेतरा में तनाव बढ़ गया। कुछ लोगों ने चेचानमेटा गांव के एक घर में आग लगा दी, जैसे ही यह आग घर में रखे गैस सिलेंडर तक पहुंची तो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। जिसके बाद आसपास मौजूद लोग वहां से भाग खड़े हुए।

बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती छावनी में तब्दील कर दिया हैं हर तरफ पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। उसके बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी आ गए थे। प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव यहां पर मौजूद थे और जब डेलिगेशन को गांव नहीं जाने दिया गया तो वहां पर वह धरने पर बैठ गए थे। पिपरिया गांव से सबसे बड़ी खबर यह है कि पिपरिया गांव से अरुण साव सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। मीडिया कर्मियों को भी़ चोट आई है और यहां पर जो अनकंट्रोल हो गई थी लेकिन पुलिस ने स्थिति को कंट्रोल किया है और जो आंदोलनकारी वहां पर बैठे हुए थे। दूर दराज से आए थे। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ता थे। युवा मोर्चा सहित तमाम लोगों को ले जाया गया है उसके बाद यहां पर स्थिति सामान्य में आई है।

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