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आश्रम में बांधकर 2 साल तक मासूम बच्ची का किया रेप, अब आरोपी बाबा हुआ गिरफ्तार

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जिसको सुन हर कोई कांप उठा, दरसल यहा एक ज्ञानानंद आश्रम के प्रशासक पूर्णानंद सरस्वती पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगा है। बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है बाबा पर आरोप है कि आश्रम में रहने वाली लड़कियों का शारीरिक शोषण करता था। वही पुलिस मामले की जांच कर रही है।

स्वामी पू्र्णानंद पर रेप का आरोप

दिशा पुलिस स्टेशन के ACP विवेकानंद के मुताबिक, स्वामी पू्र्णानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की की उम्र 15 साल है। वह राजामहेंद्रवरम की रहने वाली है। नाबालिग लड़की ने बचपन में ही अपने माता- पिता को खो दिया था. प्राइमरी कक्षा 5 तक की शिक्षा पूरी होने तक रिश्तेदारों ने उसकी देख रेख की. उसके बाद उसे सेवा के लिए ज्ञानानंद आश्रम भेज दिया। यहां स्वामी पूर्णानंद ने उसे गायों की देखरेख और गौशाला का काम सौंपा था।

नाबालिग का आरोप

पुलिस के मुताबिक, नाबालिग ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पिछले दो साल से आरोपी ने उसे एक कमरे में जंजीर से बांधकर प्रताड़ित किया और बार-बार उसका रेप किया नाबालिग ने आरोप लगाया कि पूर्णानंद उसे हर रात अपने बेडरूम में ले जाता था और उसके साथ बलात्कार करता था। लड़की ने बताया कि उसे ढंग से खाना भी नहीं दिया जाता था।

पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

मीडिया रिपोर्ट की माने तो बताया जा रहा है कि, 13 जून को पीड़िता अनाथालय में काम करने वाली एक महिला की मदद से वहां से भाग निकली और ट्रेन से विजयवाड़ा पहुंची यात्रा के दौरान उसने एक साथी महिला यात्री को सारी बात बताई इसके बाद स्थानीय बाल कल्याण समिति की मदद से मामला पुलिस में दर्ज हुआ। वही मामला विजयवाड़ा से विशाखापत्तनम शिफ्ट कर दिया गया है। आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 376 (रेप) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) एक्ट की धारा 6 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद पीड़ित को मेडिकल चेकअप के लिए विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल भेजा गया।

आरोपी का कहना

इस मुद्दे पर स्वामी का आरोप है कि आश्रम की जमीन हथियाने के लिए कुछ लोगों ने उनके खिलाफ साजिश रची है। वही स्वामी ने ये भी कहा कि खुद को निर्दोष साबित करने के लिए वो कानूनी जंग लड़ने के लिए भी तैयार है।

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