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MP News: फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट से सरकारी नौकरी पाने वालों पर बड़ा एक्शन, इनको किया गया बर्खास्त

MP News: मध्य प्रदेश से लगातार भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है। इसी बीच खबर आ रही है कि मध्य प्रदेश में फर्जी तरीके से दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर शिक्षक बनने वाले शिक्षकों पर प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल इन शिक्षकों को इनके पद से बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है। वहीं इस बड़ी कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप का माहौल है। बता दें कि ये कार्रवाई श्योपुर के कलेक्टर संजय कुमार के आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह तोमर के द्वारा किया गया है।

पूरा मामला

बता दें कि ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के श्योपुर का बताया जा रहा है। जहां पर 7 शिक्षक फर्जी तरीके से दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाकर नौकरी पाए थे। जिसकी भनक लगते ही श्योपुर कलेक्टर संजय कुमार ने बड़ा एक्शन लिया है। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आदेश दिया जिसके बाद कार्रवाई करते हुए इन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है।

जानिए कहां के रहने वाले हैं शिक्षक

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिन 7 शिक्षकों पर कलेक्टर की कार्रवाई हुई है। बता दें कि 7 में से 6 शिक्षक मुरैना के रहने वाले हैं। जबकि एक शिक्षक श्योपुर के विजयपुर इलाके में रहता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले मुरैना में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर श्योपुर में सरकारी शिक्षक बनने वाले 4 शिक्षको के प्रमाण पत्रों की जांच में ऐसा ही फर्जीवाड़ा हुआ था। वहीं जुलाई में चारों को बर्खास्त भी कर दिया गया था। इतना ही नहीं श्योपुर में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर शिक्षक की नौकरी पाने वाले 11 लोगों के खिलाफ बर्खास्त करने के साथ कार्रवाई हो चुकी है। बता दें कि शिक्षा विभाग सभी 11 लोगों के खिलाफ जल्द ही FIR करके कार्रवाई करेगी।

77 पत्र अवैध पर खुलासा

बता दें कि यह पहली बार नहीं इससे पहले मुरैना में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी करने की बात सामने आ चुकी है। वहीं उस समय 77 नव नियुक्त दिव्यांग शिक्षकों पर मामला दर्ज हुआ था। बता दें कि मामले को लेकर के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कार्रवाई का आदेश भी दिया। इसी के बाद 77 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई थी। इतन ही नहीं उस दौरान मुरैना के जिलाअधिकारी ने 257 दिव्यांगता प्रमाण पत्रों की जांच भी की गई थी। इसके बाद इसमें 77 पत्र अवैध का खुलासा हुआ था। इसको लेकर भी जांच के आदेश जारी किए गए थे। वहीं कार्रवाई भी की गई थी।

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