MP election 2023 : चुनाव से पहले भाजपा को लगा फिर झटका, शिंधिया समर्थक वरिष्ठ नेता ने थामा कांग्रेस का दामन
भोपाल। मध्यप्रदेश जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहें है दल बदलने का सिलसिला भी तेज हो गया है एक तरफ भाजपा पर कांग्रेस लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहीं है, तो वही हाल ही में भाजपा के नेताओं ने भी अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कुछ दिन पहले हि वरिष्ठ भाजपा ने व शिवराज सरकार मंत्री रहे दिपक जोशी ने कांग्रेस की सदस्याता ले ली थी जिसके बाद एक बार फिर भाजपा को झटका लगा है।
भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं,वही इसके पहले ही भाजपा को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कि मोजुदगी में सिंधिया के कट्टर समर्थक शिवपुरी के वरिष्ठ नेता बैजनाथ यादव ने आज भाजपा को अलविदा कह कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।
यादव बोले भ्रष्टाचार बहुत अधिक
भोपाल रवाना होने से पहले बदरवास में चुनिंदा मीडिया से बात करते हुए बैजनाथ यादव ने कहा कि मैंने दो ढाई साल में ही देख लिया कि इस पार्टी में मान सम्मान नहीं है, भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया हैं कि बिना पैसे दिए काम नहीं होता, मैं यहाँ ऊब चूका था इसलिए इस्तीफा दे दिया।
भाजपा में आकर हमें अछूत जैसा लग रहा था
सिंधिया समर्थक नेता को जब मीडिया ने उनसे कहा कि कांग्रेस में वापस जाकर कैसा महसूस करेंगे तो उन्होंने कहा कि मेरा परिवार कांग्रेस में रहा है, मेरी पूरी जिंदगी कांग्रेस में रही, मैं हमेशा पदाधिकारी रहा, इसलिए कोई नई बात नहीं, मीडिया ने जब बैजनाथ से पूछा कि आप तो केंद्रीय मंत्री सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं तो क्या उन्हें छोड़ देंगे? तो उन्होंने कहा कि जब सिंधिया जी कांग्रेस में थे तब उनके साथ था, वे कांग्रेस से चले गए भाजपा में पहुँच गए लेकिन भाजपा में आकर हमें अछूत जैसा लग रहा था इसलिए छोड़कर जा रहे हैं।
13 जून को दिया पार्टी से इस्तीफा
गौरतलब है शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा में अच्छा दबदबा रखने वाले नेता बैजनाथ सिंह ने घर वापसी कर ली केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थकों में से एक बैजनाथ यादव ने सिंधिया के साथ ही 2018 में भाजपा ज्वाइन की थी, वे वर्तमान में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य थे, 12 जून को भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवान् दास सबनानी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस थमाया तो उन्होंने 13 जून को पार्टी के सभी दायित्वों से इस्तीफा दे दिया।