नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के तहत देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समुद्रीय तटो पर टकराए चक्रवात का भी जिक्र किया। साथ कांग्रेस पर आपातकाल को लेकर जमकर निशाना साधा कहा हम 25 जून को नहीं भूल सकते। जिस दिन आपातकाल लगाया गया था। यह भारत के इतिहास का एक काला काल था।
पीएम मोदी बोले
मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आमतौर पर ‘मन की बात’ हर महीने के आखिरी रविवार को आपके पास आती है, लेकिन इस बार यह एक हफ्ते पहले हो रही है। आप सभी जानते हैं, मैं अगले हफ्ते अमेरिका में रहूंगा और वहां कार्यक्रम काफी व्यस्त होने वाला है, और इसलिए मैंने सोचा कि मैं जाने से पहले आपसे बात कर लूं, इससे बेहतर क्या हो सकता है।
आपातकाल, भारत के इतिहास में काला काल
मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला किया उन्होने इमरजेंसी का भी जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा उन्होने कहा कि, भारत लोकतंत्र की जननी है। हम 25 जून को नहीं भूल सकते। जिस दिन आपातकाल लगाया गया था। यह भारत के इतिहास का एक काला काल था।
आज भी मन कांप उठता
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहां कि लाखों लोगों ने अपनी पूरी ताकत से आपातकाल का विरोध किया। उस दौर में लोकतंत्र के समर्थकों पर इतना अत्याचार किया गया था कि आज भी मन कांप उठता है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं तो हमें ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। यह युवा पीढ़ी को लोकतंत्र का अर्थ और महत्व सिखाएगा।
चक्रवात को लेकर कहा
पीएम के कार्यक्रम में तूफान बिपरजॉय का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि कच्छ के लोगों ने जिस हिम्मत से बिपरजॉय का सामना किया, वो तारीफ करने योग्य है। अभी दो-तीन दिन पहले हमने देखा कि देश के पश्चिमी हिस्से में कितना बड़ा चक्रवात आया… तेज हवाएं, भारी बारिश।
कच्छ में भारी तबाही
पीएम मोदी ने कहा कि, कच्छ में चक्रवाती तूफान बिपर्जोय ने भारी तबाही मचाई है। लेकिन कच्छ के लोगों ने जिस साहस और तैयारी के साथ इतने खतरनाक चक्रवात का मुकाबला किया, वह भी उतना ही अभूतपूर्व है। कभी दो दशक पहले आए विनाशकारी भूकंप के बाद कच्छ को कभी न उबर पाने वाला कहा जाता था आज वही जिला देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में से एक है। मुझे विश्वास है कि कच्छ के लोग बाइपरजॉय चक्रवात से हुई तबाही से तेजी से उभरेंगे।
प्रकृति का संरक्षण जरुरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि में प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं है, लेकिन आपदा प्रबंधन की जो ताकत भारत ने वर्षों में विकसित की है, वह आज मिसाल बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है प्रकृति का संरक्षण। आजकल मानसून के समय में इस दिशा में हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है इसलिए आज देश ‘कैच द रेन’ जैसे सामूहिक प्रयास कर रहा है।
2025 तक टी. बी. मुक्त
पीएम ने कहा, भारत ने संकल्प किया है 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य बहुत बड़ा ज़रूरी है। एक समय था जब टी.बी. का पता चलने के बाद परिवार के लोग ही दूर हो जाते थे, लेकिन ये आज का समय है, जब टी.बी. के मरीज को परिवार का सदस्य बनाकर उनकी मदद की जा रही है।