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PM modi : बोले गूगल से छात्रों को सिर्फ आंकड़ें मिल सकते हैं, कहा दुर्भाग्य कि बात, हम हिंदी को करते रहे नजरअंदाज

गुजरात । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गांधीनगर में भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में पहुंचे जहा उन्होने ग 4,400 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया इस बीच पीएम मोदी ने कई बातें छात्रो व शिक्षको को लेकर कही जिनमे उन्होने गुगल का भी जिक्र किया पीएम ने कहा कि गूगल से छात्रों को आंकड़ें मिल सकते हैं लेकिन निर्णय तो खुद ही लेना पड़ता है। साथ हि पीएम मोदी ने कहा कि एक गुरु ही छात्र को सीखा सकता है कि वे अपनी जानकारियों का सही उपयोग कैसे करें। तकनीक से जानकारी मिल सकती है लेकिन सही दृष्टिकोण शिक्षक ही दे सकता है।

पीएम बोले दुर्भाग्य कि बात हिंदी को किया नजरअंदाज

प्रधान मंत्री मोदी ने गांधीनगर में शिक्षको व छात्रो को संबोधित कर कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के बाद से माता-पिता द्वारा हिंदी को शिक्षा की भाषा के रूप में नजरअंदाज करते हुए अंग्रेजी माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने की ओर झुकाव शुरू हुआ। साथ ही कहा कि यह बड़े सौभाग्य की बात है कि आज सरकार मातृभाषा में शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठा रही।

नई शिक्षा नीति पर दिया जोर

प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति का जिक्र कर कहा कि आज भारत, 21वीं सदी की आधुनिक आवश्कताओं के मुताबिक नई व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। साथ हि कहा कि ‘नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ इसी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। हम इतने वर्षों से स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर अपने बच्चों को केवल किताबी ज्ञान दे रहे थे। ‘नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ उस पुरानी अप्रासंगिक व्यवस्था को परिवर्तित कर रही है।

बोले छात्र निडर है

आज शिक्षकों के सामने संसाधनों की चुनौती दूर हो रही है लेकिन आज की पीढ़ी के छात्रों की जिज्ञासा शिक्षकों के लिए चुनौती बन गई है। ये छात्र आत्मविश्वास से भरे हैं, ये निडर हैं। उनकी जिज्ञासा शिक्षकों को चुनौती देती है, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भारत विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है ऐसे में शिक्षकों की भूमिका और बढ़ जाती है एक ज़माने में गुजरात में ड्रॉप आउट रेट 40% के आसपास रहता था लेकिन आज यह 3% रह गया है। इसके लिए पीएम मोदी ने शिक्षको का धन्यवाद भी दिया कहा यह गुजरात के शिक्षकों के सहयोग से ही हो पाया है।

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