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ऐसे कैसे लगेगी लगाम: खनिज विभाग के सरंक्षण में खनन की लूट, खुलेआम अवैध खनिज की तस्करी

Mineral Department: रीवा। विंध्य की खनिज संपदाओं को खुलेआम अवैध तस्करी की जा रही है। खनन की इस लूट में खनिज विभाग का संरक्षण है। यहीं कारण है खनिज माफिया पर लगाम नहीं लग पा रही है। वहीं सता व राजनेताओं के संरक्षण में खनिज माफिया बेलगाम होता जा रहा है। शहडोल गोपालपुर पटवारी की हत्या इसका जीवंत उदाहरण है। इन घटनाओं के बावजूद अवैध खनिज तस्करी से जुड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

बता दें दिनों जिले में बाक्साइट के अवैध उत्खनन काम जोरो पर है। प्रतिदिन जिले ग्रामीण आंचलों में संचालित अवैध खदानों से बाक्साइट एकत्र की जाती है। इसके बाद यह बाक्साइट का भंडारण कर कंपनियों को बेचा जा रहा है। इस पूरे खेल में जहां खनिज तस्करी करने वालों को प्रति मैट्रिक टन पांच हजार का फायदा पहुंच रहा है। वहीं शासन के इससे एक भी रायल्टी नहीं मिल रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित इन अवैध खदानों से प्राकृतिक संरचना भी बिगड़ रही है। साथ ही खदान के आसपास कोई सुरक्षा उपाय नहीं होने से जान का खतरा ग्रामीणों को सता रहा है।

जांच करने पहुंची टीम, मांगे अभिलेख

शहर में बाक्साइट की अवैध उत्खनन व भंडारण का मामले को लेकर खनिज विभाग अब बचाव की मुद्रा में आ गया है। खनिज अधिकारी दीपमाला तिवारी ने बताया कि गुरूवारको मौके पर टीम जांच के लिए पहुंची। इस दौरान जानकारी दी गई हैस्थल में समतलीकरण के यहां काम चल रहा है। कुछ गाडिय़ों की मुरूम व बाक्साइट की कटिंग होती है। इस संबंध में अभिलेख में संबंधित से मांगे गए है।

टॉस्क फोर्स भी गायब

जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए एक टास्क फोर्स बनाया गया है इसमे पुलिस, खनिज एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। टॉस्क फोर्स को जिला स्तर में अवैध खनिज परिवहन उत्खनन को लेकर छापामार कार्रवाई करना है लेकिन यह सिर्फ कागजों तक सीमित है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए कभी कभी यह टीम सड़कों पर उतार कुछ वाहनों पर कार्रवाई करती है। वह भी खनिज माफिया से जुड़े लोगों से पूछ कर।

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