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Rewa News : गैर शिक्षकीय कार्य करने वाले 10 शिक्षकों को हटाने का जारी हुआ आदेश, मचा हड़कंप

रीवा: शिक्षा विभाग में जिस तरह से कार्यानुमति के नाम पर अटैचमेंट का खेल चल रहा है उससे अब वरिष्ठ अधिकारी गंभीर नजर आ रहे हैं। शायद यही वजह है कि उच्च स्तर से जिले के करीब दस ऐसे शिक्षक जो अपनी मूल संस्था में कार्य न करके दूसरी जगह कार्य कर रहे थे उन्हें हटाने का आदेश जारी किया गया है। आदेश जारी होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और अब तमाम ऐसे संबद्ध शिक्षक अपनी जुगत भिड़ाने में जुट गए हैं। इस संबंध में विगत 6 मई को लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा एक आदेश जारी किया गया है जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि विगत 20 सितम्बर 2019 तथा समय-समय पर जारी आदेशों, निर्देशों की अवहेलना करते हुए कुछ शिक्षक नियम विरुद्ध गैर शिक्षकीय कार्य में संलग्न थे इसलिए ऐसे शिक्षकों को मूल पदांकित संस्था में भेजा जाना आवश्यक है। ऐसे शिक्षकों को उनकी वर्तमान संलग्नीकरण संस्था अथवा कार्यालय से इन्हें कार्यमुक्त किया जाकर निर्देशित किया जाता है कि वे तत्काल अपनी मूल पदांकित संस्था में उपस्थित दें तथा इस संबंध में संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि संबंधित को आगामी वेतन उनकी मूल संस्था पर उपस्थित होने पर ही आहरित किया जाय अन्यथा की स्थिति में जिला शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए तीन दिन के अंदर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाना है। इस आदेश के जारी होने के बाद शिक्षा विभाग के ऐसे शिक्षकों में खलबली मची हुई है जिनके नाम का उल्लेख किया गया है।

ऐसी भी है स्थिति

जिले के शिक्षा जगत में स्थिति कुछ अलग है। यहां पर संबद्ध बड़े अधिकारियों, नेताओं आदि की सांठगांठ से तमाम शिक्षक यहां-वहां कार्यानुमति के नाम पर जमे हुए हैं। जबकि उनकी मूल पदांकित संस्था स्कूलें हैं लेकिन वे स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के बजाय अधिकारी बनकर बैठना ज्यादा पसंद करते हैं। जबकि नियम यह है कि कलेक्टर और सीईओ के हस्ताक्षर के अलावा अन्य किसी भी वरिष्ठ अधिकारी के हस्ताक्षर से गैर शिक्षकीय कार्य संबंधित शिक्षक नहीं कर सकते।

फीडिंग में गड़बड़ियां

विभागीय सूत्रों की मानें तो उच्च स्तर से आदेश जारी हुआ था कि संबंधित स्कूलों के प्राचार्य या जनशिक्षा केन्द्र प्रभारी ऐसे शिक्षकों का नाम विमर्श पोर्टल में अंकित करेंगे जो गैर शिक्षकीय कार्य कर रहे हैं। बताया गया है कि इस कार्य में बहुत से प्राचार्यों द्वारा मनमानी की गई है। बिना रिकार्ड देखे ही विमर्श पोर्टल में कई ऐसे शिक्षकों का नाम दर्ज करा दिया गया है जो शिक्षक कलेक्टर अथवा सीईओ के हस्ताक्षर से काम कर रहे हैं।

इन शिक्षकों को जारी हुए हटाने के आदेश

लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा जिन 10 शिक्षकों को उनके मूल पदांकित संस्था में भेजे जाने के आदेश जारी किए गए हैं उनमें रीवा जिले के रेखा सिंह माध्यमिक शिक्षक मूल पदांकित संस्था शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलपरा गैर शैक्षणिक कार्य अधीक्षिका प्राथमिक पाठशाला हरिजन बस्ती गोविंदगढ़, सरोजनी मिश्रा माध्यमिक शिक्षक शासकीय हाईस्कूल खैरा जिला शिक्षा केन्द्र रीवा, अरविंद कुमार तिवारी माध्यमिक शिक्षक शाउमावि हर्दी, गैर शैक्षणिक संस्था जनपद शिक्षा केन्द्र गंगेव, अनुज कुमार पटेल, शासकीय हाई स्कूल तमरा पदस्थ जनपद शिक्षा केन्द्र पीके रीवा, रामयशपाल माध्यमिक शिक्षक हाईस्कूल तमरा पदस्थ शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तण्ड क्र. 1 रीवा, अनूप पाण्डेय सहायक शिक्षक शासकीय हाईस्कूल दादर, पदस्थ विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीवा, डॉ. ममता शुक्ला माध्यमिक शिक्षक, शासकीय हाई स्कूल लोही पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीवा, संगीता त्रिपाठी शाउमावि खजुहा, पदस्थ जिला नियंत्रक कक्ष जिला पंचायत रीवा, धनंजय शर्मा प्राथमिक शिक्षक शाउमावि इटहा कला पदस्थ जिला पंचायत रीवा तथा शिवचंद्र द्विवेदी माध्यमिक शिक्षक शासकीय हाई स्कूल चरैया पदस्थ जनपद शिक्षा केन्द्र हनुमना शामिल है।

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