धर्म परिवार के सार्वजनिक दीपोत्सव ने विंध्य में उत्सव धर्मिता की परम्परा को स्थापित किया है – स्वामी हंसदास
रीवा। हिन्दू उत्सव समिति धर्मपरिवार युवा शाखा के तत्वाधान में स्थानीय मानस भवन में आयोजित सार्वजनिक दीपोत्सव-2023 के रजत जयंती वर्ष में आयोजित भव्य कार्यक्रम ने विंध्य में उत्सव धर्मिता की नयी परम्परा को स्थापित करने का महान कार्य किया है जो सदैव विंध्य की पहचान को अक्षुण रखेगा यह उत्साहित उद्गार अ0भा0 संत-साधु समाज ट्रस्ट के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हंसदास उदासी ने बतौर मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये।
कार्यक्रम अध्यक्ष स्व0 उमा परौहा चैरिटेबिल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ0 के0के0 परौहा ने उपस्थित जनसमुदाय एवं कलाकारो को दीपावली मिलन पर अपनी शुभकामनाओं को प्रेषित करते हुये कहा कि धर्मपरिवार के इस कार्यक्रम की शुरूआत से उनका जुड़ाव रहा है और आज परम्परा बन चुके इस आयोजन को ऊॅचाइयों को छूते देखकर वो काफी प्रसन्न है साथ ही भविष्य में और नये कीर्तिमान स्थापित होंगे इस आशा के साथ धर्मपरिवार के सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुये साधुवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि रेडक्रास चेयरमेन डॉ0 प्रभाकर चतुर्वेदी, मानस मंडल संरक्षक डी0पी0सिंह, प्रसिद्ध शायर रफीक रीवानी बी0के0प्रकाश, पत्रकार मुकुन्द प्रसाद मिश्रा, गया प्रसाद श्रीवास ने भी आयोजन की भूरि-भूरि सराहना की।
श्री रामदरबार की आरती के साथ सभी उपस्थित नागरिको कलाकारों ने दीप प्रज्जवलित करके एक-दूसरे को बधाई प्रेषित की। सभी अतिथियों का धर्मपरिवार के युवा अध्यक्ष सुमित मॉजवानी, संरक्षक संजय तिवारी मुन्नू, संयोजक रामकृष्ण अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेश साहू ने माल्यार्पण के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने रंगोली कलाकारो की कला का अवलोकन किया। नृत्य प्रतियोगिता में नगर के नामचीन डॉस ग्रुपो के एकल नृत्य में 24 एवं समूह नृत्य में 8 प्रतिभागियों ने अपनी कला के प्रदर्शन से देर रात तक दर्शको को उठने नही दिया। निर्णायक मंडल में प्रसिद्ध कलाकार कृष्णा जैन एवं प्रदीप शुक्ला शामिल रहे। निराला नगर गरीब बस्ती के बच्चो ने भी अपनी प्रस्तुती दी, इसी के साथ सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं मिष्ठान मिनर्वा अस्पताल एवं स्व0 उमा परौहा चैरेटिबल ट्रस्ट के सौजन्य से भेट किया गया।