PM सम्मान निधि इस योजना ने अपने 4 साल पूरे कर लिए केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना की अब तक 12 किस्त किसानों के खाते में डाली जा चुकी है 13वीं किस्त का इंतजार एक-एक दिन करके लंबा होता जा रहा था DBD के माध्यम से किसानों के खाते में इस किस्त को कभी भी ट्रांसफर किया जा सकता है. परंतु इस किस्त के आने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों और देशवासियों को एक बहुत बड़ी खुशखबरी दी पीएम ने शुक्रवार को कहा 2023-24 का केंद्रीय बजट पिछले आठ-नौ साल की तरह एग्रीकल्चर सेक्टर पर ही आधारित है.
आयात पर निर्भरता कम
तिलहन और खाद तेलों पर भारत की आयात निर्भरता कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. कृषि और सहकारिता क्षेत्रों के हितधारकों के साथ बजट के बाद एक सेमिनार को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि देश का कृषि बजट में कई गुना बढ़ोतरी की गई है और वहीं 1.25 लाख करोड़ रुपए हो गया है. उन्होंने कहा 2014 में हमारे सत्ता में आने से पहले कृषि क्षेत्र का बजट 25 हजार करोड़ रुपये से भी कम था. आज देश का कृषि बजट 1.25 रुपए करोड़ से ज्यादा है.
एग्रीकल्चर पर दे रही है सरकार ध्यान
PM मोदी ने कहा कि सरकार दलहन और तिलहन के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत का तेल के आयात पर लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपए खर्च करता है. प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि बजट कृषि प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पर आधारित है इनके लिए धन आवंटित करने के लिए कृषि कोष का भी प्रस्ताव किया गया है. उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर में स्टार्टअप की संख्या 9 साल पहले लगभग जीरो था.अब जो बढ़कर 300 से ज्यादा हो गया है।