Petrol Diesel Tax Hike: आम जनता को लगा बड़ा झटका, पेट्रोल डीजल पर बड़ा टैक्स अब और मंहगा
Petrol Diesel Tax Hike: पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में लंबे वक्त से किसी भी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। देश में मेट्रो शहरों में पैट्रोल के दाम जस के तस बने हुए हैं। ऐसे में इस बीच केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा झटका देते हुए निर्णय लिया है। सरकार ने इस बार वाइंडफॉल टैक्स को बढ़ाने की घोषणा की है। इसके बारे में सरकार की ओर से एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है।
सरकार ने कहा कि क्रूड ऑयल और डीजल के निर्यात पर वाइंडफॉल टैक्स को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। वही विमान ईंधन के निर्यात पर सैस को वापस लेने का निर्णय लिया गया है।
टैक्स ₹4225 प्रति टन से अब बढ़कर ₹7000 हो चुका
एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार देश में उत्पादित कच्चे तेल पर मुख्य अतरिक्त उत्पाद शुल्क के रूप में लगाए जाने वाला टैक्स ₹4225 प्रति टन से अब बढ़कर ₹7000 हो चुका है। डीजल के निर्यात पर saed 1 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर तकरीबन ₹5 प्रति लीटर किया गया है
निर्यात पर 15 अगस्त के बाद से ₹2 प्रति लीटर का शुल्क लगाया
विमान ईंधन एटीएफ के निर्यात पर 15 अगस्त के बाद से ₹2 प्रति लीटर का शुल्क लगाया जाना है इससे पहले विमान ईंधन पर किसी भी तरह का साइड कर नहीं था। पेट्रोल पर साइड शून्य रहेगा। बता दे कि नई टैक्स की दरें मंगलवार से लागू हो जाएंगी। इंडिया में पहली बार बीते वर्ष 1 जुलाई को अप्रत्याशित फायदा टैक्स लगाया था और उन देशों की बढ़ती हुई संख्या में शुमार हो गया है। जो ऊर्जा कंपनियों के असाधारण फायदे पर टैक्स लगाती है।
तेल की और सद्दाम के आधार पर हर पखवाड़े टैक्स दरों की समीक्षा की जाती है। अगर कच्चे तेल की वैश्विक स्तर पर दाम 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो जाती है तो घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित टैक्स लगाया जाता है। अगस्त में इंटरनेशनल बाजार में कच्चे तेल के दाम औसतन 86 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो चुका है।