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Bisleri owner : 7000 करोड़ के बिजनेस का आखिर कौन होगा मालिक

दुनिया भर में मशहूर बिसलेरी कंपनी का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह कंपनी आपको बोतलबंद और पैकेट बंद पानी उपलब्ध कराती है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह कंपनी आजकल इतनी चर्चा में क्यों है?दरअसल इस कंपनी को बेचने की बात चल रही है क्योंकि इस कंपनी का जो हकदार है वह इस कंपनी को अब चलाना नहीं चाहता है और इस कंपनी को बेचने के लिए बिसलेरी ने टाटा को चुना था, लेकिन बिसलेरी और टाटा की बात नहीं बन पाई जिसके बाद से यह डील कैंसिल हो चुकी है।
अब देखना यह है कि बिसलेरी कंपनी का नया मालिक कौन होगा क्योंकि इस कंपनी का जो हकदार है, वह इस कंपनी को ठुकरा रहा है। जी हां बता दे कि इस कंपनी के रमेश चौहान अब बूढ़े हो चुके हैं और वह अब इस कंपनी को विरासत के तौर पर अपनी इकलौती बेटी को देना चाहते हैं। उनकी बेटी जिनका नाम जयंती चौहान है। वह इस बिजनेस को लेने से इंकार कर रही है। वह कह रही है कि अब वे इस बिजनेस को आगे नहीं बढ़ाना चाहती बल्कि वह अपने करियर में ही आगे बढ़ना चाहती है। ऐसे में बिसलेरी कंपनी के मालिक रमेश चौहान बिसलेरी कंपनी को बेचने के बारे में सोच रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बिसलेरी कंपनी के हेड रमेश चौहान इस कंपनी को 1 billion dollar में टाटा से बेचने वाले थे। लेकिन टाटा इस बात पर सहमत नहीं हो रहा है। वह इससे कम कीमत पर तैयार हो रहा है, लेकिन रमेश चौहान इस बात से सहमत नहीं हो रहा। वह अपनी कंपनी की वैल्यू इतनी ही रखना चाहते हैं, लेकिन इस वैल्यूएशन पर रजामंद ना होने के कारण दोनों के बीच डील कैंसिल हो चुकी है और अब बिसलेरी कंपनी को किसी और को बेचने के बारे में सोच रहा है।
बता दे कि रमेश चौहान की उम्र 82 वर्ष हो चुकी है और अब वह बुजुर्ग होते जा रहे हैं और इसलिए मैं अपनी कंपनी को बेचने की सोच रहे हैं, लेकिन वह अपनी बेटी को इस कंपनी को आगे बढ़ाने को कहते हैं तो उनकी बेटी इस कार्य को करने से इंकार करती हैं। साथ ही वह इस व्यवसाय को चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाती है।
जयंती चौहान जो कि रमेश चौहान की क्लॉथ ही बेटी है वे 37 वर्ष की है और वे डिजिटल मार्केटिंग, विज्ञापन और संचार विकास जैसे कार्य क्षेत्रों में कार्य करती हैं और वह एक यात्री फोटोग्राफर भी है तो वह इन्हीं सब चीजों में अपना कार्य और अपना दिल लगाना चाहती हैं। जयंती चौहान को बिजनेस चलाने में कोई इंटरेस्ट नहीं है। के कारण जिसके कारण रमेश चौहान को अपना बिजनेस बेचना पड़ रहा है।
अब देखना यह है कि इस फेमस बिसलेरी कंपनी को क्या जयंती चौहान आगे चलाती है या फिर उनके पिता रमेश चौहान को मजबूरी में इस कंपनी को बेचना पड़ेगा और अगर वैस कंपनी को बेचते भी है तो वह किस कंपनी को अपनी बिसलेरी कंपनी बेचेंगे।

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