क्राइममध्य प्रदेश

वर्दी वाला गुंडा : लूट, डकैती व अपहरण में बर्खास्त आरक्षक को भेजा जेल

मुरैना. न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के गेट से एक युवक के अहपरण, लूट व डकैती के मामले में गिरफ्तार व बर्खास्त पुलिस आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह गुर्जर व उसके साथी संदीप गौड़ को सिविल लाइन पुलिस ने 26 जुलाई को न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

यहां बता दें कि 25 जुलाई को बर्खास्त पुलिस आरक्षक धर्मेन्द्र उर्फ रघुराज पुत्र मुंशी गुर्जर निवासी धनेला ने रवि बाथम निवासी गोपाल पुरा को फोन किया कि तुम स्मैक तस्करी करते हो, मैं नूराबाद थाने से बोल रहा हूं, तुम छोंदा टोल पर आ जाओ। रवि बाथम अपनी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा। वहां उसके साथ संदीप गौड़ निवासी धनेला व जग्गा पंडित भी थे। वहां से आरोपी धर्मेन्द्र गुर्जर, संदीप गौड़ मुझे कार में डालकर नूराबाद ले गए। जग्गा पंडित रवि बाथम की मोटरसाइकिल लेकर पीछे पीछे नूराबाद पहुंचा। वहां थाने के सामने कार खड़ी कर ली और कहा कि एक लाख रुपए दो अन्यथा नूराबाद थाने में बंद कर देंगे। तब रवि ने अपने दोस्त रामखिलाड़ी सिकरवार को बुलाया। संदीप गौड़ ने रवि की जेब से 1620 रुपए निकाल लिए। रामखिलाड़ी से दस हजार रुपए आरोपी धर्मेन्द्र गुर्जर ने अपने चचेरे भाई राजवीर गुर्जर के फोन पे पर दस हजार रुपए ट्रांसफर करवाए और कहा कि अब तो रवि को छोड़ दो, तब वह 90 हजार की और मांग करने लगे। बीस हजार रुपए और देने के लिए मुरैना चलने की कही। आरोपी मुरैना आए और रवि बाथम को न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के गेट पर छोड़ कर भाग गए।

डकैती में जेल काट चुका है बर्खास्त आरक्षक
पुलिस ने पीछा करके आरोपी धर्मेन्द्र गुर्जर, संदीप गौड़ को गिरफ्तार कर लिया। उनको न्यायालय में पेश किया, वहां से जेल भेज दिया है। पुलिस बैंक से स्टेटमेंट निकला रही है, जिस खाते में फोन पे से दस हजार रुपए गए हैं, उसकी डिटेल लेकर संबंधित खाताधारक को भी पुलिस आरोपी बना रही है।

डकैती के मामले में नौ महीने जेल काट चुका है बर्खास्त आरक्षक
पुलिस के अनुसार बर्खास्त आरक्षक धर्मेन्द्र गुर्जर वर्ष 2018 में विदिशा के सिरोंज में पुलिस आरक्षक की ड्यूटी के दौरान डकैती डाल चुका है। उस समय बर्खास्त हुआ था और इसके खिलाफ विदिशा पुलिस ने अपराध क्रमांक 224/2018 के तहत लूट, डकैती, आम्र्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया था। उस समय यह विदिशा जेल में नौ महीने तक रहा। उसके बाद शिकायत हुई कि यह भाई के नाम पर नौकरी कर रहा है। उसकी जांच हुई तो नूराबाद थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

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