रीवा। शहर के बहुचर्चित रॉकी हत्यांकाड के मामले में कुछ दिन पहले ही सीआइडी के अधिकारियों ने दोषी पुलिसकर्मियों को हत्या के आरोप से क्लीनचिट देते हुए मामले में खात्मा लगाने का प्रतिवेदन न्यायालय को सौंप दी है।
रीवा: बहुचर्चित रॉकी हत्याकांड में CID ने 7 साल बाद लगाया खात्मा
वहीं इस मामले में पुलिस की विभागीय जांच एडीजी ने सभी पुलिस अधिकारियों को बड़ी सजा से दंडित किया है। इनमें एक साल के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को डिमोशन कर वेतन वृद्धि रोक दी है। बता दें कि वर्ष 2016 के मामले में दोषी तत्कालानी निरीक्षक शैलेन्द्र भार्गव को निरीक्षक से उपनिरीक्षक पद में डिमोशन कर दिया है।
पीएन दहिया को उपनिरीक्षक पद से सहायक उपनिरीक्ष एवं महेन्द्र पांडेय सहायक उपनिरीक्षक को प्रधानआरक्षक और जय सिंह और तनय तिवारी को प्रधान आरक्षक से आरक्षक के पद में डिमोशन किया गया। साथ ही एक वर्ष की वेतनवृद्धियां रोक दी।
एडीएजी ने डिमोशन करते हुए उनके पद रिक्ता के भी आदेश दे दिए है। इससे अब पुलिस अधिकारियों की मुश्किल बढ़ गई है। गौरतलब है कि इस मामले में पांच पुलिस कर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था। इसकी विवेचना सीआईडी को दी थी। जिसमें विवेचना उपरांत सीआईडी ने पुलिस अधिकारियों को क्लीन चिट दे दिया है।