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मणप्पुरम गोल्ड बैंक में घोटाला : ऑनलाइन जुए में हारा मैनेजर, बैंक के डकारे 5.50 करोड़ रुपए भी डूबे

By Surendra Tiwari

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Bhopal News: मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की इंद्रपुरी शाखा में 5.50 करोड़ का घोटाला सामने आया है। ब्रांच मैनेजर और असिस्टेंट मैनेजर ने साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की। बैंकरों ने ग्राहकों के गिरवी रखे सोने और बैंक की राशि में हेराफेरी कर घोटाले किए। घोटाले के रुपए ऑनलाइन जुआ-सट्टे में लगा दिए। सभी को ऑनलाइन केसीनो और रमी गेम खेलने की लत थी। उन्होंने 95 ग्राहकों के सोने के जेवर और जमा रकम डकार ली।
क्राइम ब्रांच ने मैनेजर संजय सैनी, डिप्टी मैनेजर अजय पाल, जुआ और सट्टा खिलाने वाले एजेंट रविशंकर राजपूत, संदीप पटेल, फरहान खान को गिरफ्तार किया है। आरोपी सोनू उर्फ अंडाकरी फरार है। घोटालेबाजों ने गोल्ड लोन से पहले सोने का मूल्यांकन करने वाले बैंक के अधिकृत सुनारों को भी मिला लिया। फर्जी लोन मंजूर कर पैसे अपने खातों में ट्रांसफर किए। जब कर्ज का पैसा जमा नहीं हुआ तो ग्राहकों को मैसेज मिले। इसके बाद मामला खुला। बैंक के एरिया हेड रामसेवक शर्मा ने मैनेजर केस दर्ज कराया।

मणप्पुरम गोल्ड बैंक में घोटाला : ब्रांच मैनेजर, डिप्टी मैनेजर समेत पांच गिरफ्तार; 95 ग्राहकों के सोने के जेवर और रुपए भी गेम में लगाए

ले डूबी ऑनलाइन गैंबलिंग की लत
पुलिस ने बताया, ब्रांच मैनेजर संजय सैनी और डिप्टी मैनेजर अजय पाल सिंह ने एक साल में कंपनी के 5.50 करोड़ रुपए डकार लिए। ग्राहकों के गिरवी रखे सोने के आभूषणों में हेराफेरी की। बैंक की राशि ऑनलाइन गैंबलिंग में लगाई। संजय ने पूछताछ में बताया, वह गौतमनगर में किराए पर रहता है। पड़ोसी रविशंकर राजपूत ऑनलाइन गैंबलिंग करता था। उसे देख सैनी ने गैंबलिंग में पैसा लगाना शुरू किया। हारने लगा तो बैंक में गबन किया। रविशंकर ने सैनी के मोबाइल में 15 आईडी बनाई थी। इसी से संजय पैसा लगाता था। संजय के गबन की जानकारी डिप्टी मैनेजर अजय पाल को लगी। फिर वह भी सैनी के साथ हो गया।

95 ग्राहकों से धोखाधड़ी, जेवर भी निकाल लिए
ए डिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया, ब्रांच मैनेजर संजय सैनी ने 95 लोगों के नाम लोन पास किए। उसने पूछताछ में बताया, ग्राहकों के गोल्ड लोन की रकम अपने खाते में जमा करता था। ये रुपए ऑनलाइन रमी और केसीनो ऐप गेम में लगा देता था। 95 ग्राहकों के बैंक में रखे सोने के जेवरातों में भी निकालकर परिचितों, दोस्तों अन्य बैंकरों के नाम से सैकड़ों फर्जी लोन से फर्जी हस्ताक्षर किए। इसमें डिप्टी मैनेजर अजय पाल भी शामिल था।

ऑनलाइन गेमिंग के एजेंट लेते थे 10 फीसदी कमीशन
ऑनलाइन गेमिंग के धंधेबाज रविशंकर राजपूत, संदीप पटेल, फरहान खान को भी पकड़ा है। वे ब्रांच मैनेजर संजय सैनी की धरपकड़ की सूचना से अंडरग्राउंड हो गए थे। धंधेबाजों ने पूछताछ में बताया, वे 10% कमीशन लेकर बैरागढ़ के सोनू उर्फ अंडाकरी के लिए करते हैं। पुलिस शाखा के अन्य अफसर- कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।

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