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Indiana Jones 5 Review: 80 वर्ष के हैरीसन फोर्ड ने की वापसी, शानदार अभिनय से जीता फैंस का दिल जाने फिल्म की कहानी

इंडियाना जोन्स की पांचवी फ्रेंचाइजी अमेरिकी एक्शन एडवेंचर फिल्म ‘इंडियाना जोन्स एंड द डायल ऑफ डेस्टिनी’ है। फिल्म का निर्देशन जेम्स मैंगोल्ड द्वारा किया गया है। वहीं इससे पहले की फिल्मों में रेडर्स ऑफ द लॉस्ट आर्क, इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल ऑफ डूम इंडियाना जोन्स एंड द लास्ट क्रूसेड और इंडियाना जोन्स एंड द किंगडम ऑफ द क्रिस्टल स्कल का निर्देशन स्टीवन स्पीलबर्ग द्वारा किया गया था। कहानी जॉर्ज लुकास ने लिखी। वहीं इंडियाना जोन्स एंड द डायल ऑफ डेस्टिनी में दोनों कार्यकारी निर्माता के रूप में शामिल हुए हैं। बता दें इंडियाना जोन्स एंड द टेंपल ऑफ डूम में अमरीश पुरी भी काम करते नजर आए हैं।

फिल्म की शुरुआत 1944 में द्वितीय विश्व युद्ध के साथ होता है

बता दें कि फिल्म इंडियाना जोन्स एंड द डायल ऑफ डेस्टिनी की शुरुआत 1944 में द्वितीय विश्व युद्ध के समय यूरोप की मित्र देशों की मुक्ति के दौरान इंडियाना जोन्स के नाजियों द्वारा पकड़े जाने से होती हैं। दरअसल वह एक चुराई गई कलाकृति को पुनः प्राप्त करने का प्रयास में था। कहानी में खगोल भौतिकीविद् जुरगेन वोलर को अपने वरिष्ठों से पता चलता है कि उन्हें कहीं अधिक मूल्यवान और शक्तिशाली कलाकृति डायल ऑफ डेस्टिनी मिला है। इसका आविष्कार गणितज्ञ आर्किमिडीज ने किया था। डायल तीन भागों में बटा है और बाकी दो अलग -अलग जगह पर है। इसके बाद कहानी 25 साल आगे जाती है। जब जोन्स अपने विश्वविद्यालय जाता है। वहीं पर उसके सहकर्मी एक आश्चर्यजनक सेवानिवृत्ति पार्टी के साथ उसका स्वागत होता है।

बता दें कि यह फिल्म ‘द इंडियाना जॉन्स एंड द किंगडम ऑफ द क्रिस्टल की अगली कड़ी के रुप में है। यह 2008 में रिलीज हुई थी। वहीं इस बार फिल्म की कहानी इंडियाना जॉन्स के आर्कियोलॉजिस्ट पर बनी है। यह एक पौराणिक कलाकृति डायल को पाने के लिए आपस में लड़-झगड़ रहे दिख रहे हैं। दरअसल इस कलाकृति की मदद से इतिहास की दिशा भी बदला जा सकता है।

हैरिसन की शानदार एक्टिंग

बता दें कि 80 वर्ष की उम्र में इंडियाना जोंस के रूप में हैरिसन फोर्ड फिर एक बार अच्छी एक्टिंग की है। वहीं फिल्म के निर्देशक जेम्स मैंगोल्ड ने एक्शन और फिल्म के किरदार के बीच संतुलित रुप में रखने की कोशिश की है। वहीं फिल्म के कुछ सीन कल्पना से भी परे महसूस होते हैं। जिसमें जब हेलेना द्वारा विमान का पीछा मोटरसाइकिल से करते हुए विमान में चढ़ने में सफल होती है।

इस फिल्म की कमजोर कड़ी

फिल्म की कमजोर कड़ी है कि सीरीज की पहले रिलीज हो चुकी फिल्मों के जादू को अपने साथ आगे बढ़ाने में पूरी तरह सफल हो पाई। लेकिन फिल्म के कुछ एक्शन सीन ऐसे हैं जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाएं। तो वहीं फिल्म में जहां पर भावनात्मक दृश्य आते हैं निर्देशक अपने कलाकारों से अच्छा काम नहीं करा पाए। बाकी फिल्म में हैरिसन फोर्ड का काम शानदार रहा। वहीं अन्य कलाकार फोबे वालर ब्रिज,एंटोनियो बैन्डरस, जॉन राइस-डेविस जैसे कलाकारों ने अपनी भूमिका से पूरी तरह से न्याय करने का प्रयास किया है। लेकिन फिल्म की अवधि अगर दो घंटे 22 मिनट की बजाय सिर्फ दो घंटे ही होती तो बेहतर होता। इसके बावजूड इस फिल्म से बकरीद की छुट्टी और उसके बाद सप्ताहांत पर मनोरंजन के लिए ठीक रहेगा।

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