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स्कूलों के बाहर समोसे बेचते थे नेहा कक्कड़ के पिता, नेहा ने बदल दी पूरी जिंदगी

अगर इंसान के हौसले बुलंद हो तो उसके पास कैसा हो या ना हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसी कहानियां नेहा कक्कड़ की। बॉलीवुड की मशहूर प्लेबैक सिंगर नेहा कक्कड़ को आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। फिल्मी जगत के टॉप सिंगर्स में से एक नेहा ने सिर्फ 4 साल की उम्र से जगरातों में भजन गाना शुरू किया था।

सन् 2006 में रियलिटी शो इंडियन आइडल में भाग लेने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लेकिन नेहा की जिंदगी इतनी आसान नहीं थी, इनकी जिंदगी काफी कशमकश से भरी रही है। 6 जून सन् 1988 को एक गरीब परिवार में जन्मी नेहा कक्कड़ ने अपनी स्कूली शिक्षा अपने जन्म स्थान ऋषिकेश से ही प्राप्त की।

नेहा जिस स्कूल में पढ़ा करते थे उसी स्कूल के बाहर इनके पिता ऋषिकेश कक्कर समोसे बेचा करते थे, इस कारण बच्चे उन्हें बेहद चिढ़ाते थे, नेहा ने अपने कई इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया है कि बचपन में उन्होंने काफी गरीबी देखी है, उनके पिता जैसेतैसे करके घर चलाते थे।

लेकिन हौसले बुलंद रखने वाली नेहा ने कभी भी अपने हौसले को डगमगाने नहीं दिया। इन्होंने कई सारे एलबम में अपनी आवाज का जादू बिखेरने के अलावा नेहा ने कई लाइव शोज भी किये हैं। बचपन गरीबी में बीता तो क्या हुआ आज इनके पास वो हर चीज मौजूद है, जिसे इंसान अपनी जिंदगी में पाने की कामना करता है।

इन्होंने कुछ ही समय पहले ऋषिकेश में एक घर भी खरीदा है। नेहा को गाने, मॉडलिंग के अलावा महंगी गाड़ियों का भी शौक है। नए घर के साथ उन्होंने एक ऑडी भी खरीदी है। नेहा के पास रेंज रोवर और मर्सिडीज जैसी गाड़ियां पहले से ही मौजूद हैं।

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