मनोरंजन
देखिये इन फ़ोटोज़ में कि फ़िल्मों को पर्दे पर लाने से पहले कैमरे के पीछे कितनी मेहनत की जाती है
Special Effects से लेकर तरह-तरह से स्टंट, फ़िल्मिंग ट्रिक्स का उपयोग कर किसी की कल्पना को स्क्रीन पर पर उतारते हैं फ़िल्ममेकर. फ़िल्में हमें कुछ देर के लिए एक अलग ही दुनिया में लेकर चले जाते हैं. कल्पना और सही संसाधनों की मदद से एक से बढ़कर एक कहानियां गढ़ी जाती है. लेकिन इन सब को साकार करने के लिए कैमरे के पीछे बहुत काम होता है।
तो चलिए देखते हैं कि कैमरे के पीछे क्या होता है और कैसे रचे जाते हैं फ़िल्मों का संसार:
‘तमाशा’ फ़िल्म के सेट पर दीपका पादुकोण, रणवीर कपूर और इम्तियाज़ अली.
फ़िल्म ‘जब तक है जान’ के रोमांटिक गाने ‘सांस’ की शूटिंग के दौरान शाहरुख, कैटरीना कैफ और वैभवी मर्चेंट.
‘दिलवाले’ के सेट पर शाहरुख़ ख़ान और काजोल
अनुराग कश्यप की फ़िल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के सेट पर काम करते थे विकी कौशल