आजकल फिल्मों में कहानियों को नए रूप से दिखाने का प्रयास किया जाता है हालांकि किसी वेब सीरीज या फिल्म की कहानी तब एक महत्वपूर्ण बन जाती है जब किसी सच्ची घटना पर भी कहानी आधारित हो या फिर किसी चोरी जब डकैती या लूटपाट पर अगर वह कहानी आधारित है तो इसकी दिलचस्प और बढ़ जाती है ऐसी कहानी का आज हम आपके सामने रिव्यू लेकर आए हैं।
आज के समय में अपराध की कहानियों को लोग दिलचस्पी से देखते हैं हालांकि उन अपराधियों को जिसका ताल्लुक सीधे बड़े-बड़े घोटाले चोरी डकैती हत्या लूटपाट जैसे अपराध से होता है आर्थिक अपराध में इसे सोने वाले के हाथ पैर भी कम और दिमाग कर चलता है हालांकि समय हिंदी सिनेमा में हर साल मेहता ने धीरे-धीरे अपना एक अलग सिनेमा को विकसित कर लिया है महाराज हासिल कर ली है पति गांधी का रोड रातों रात में दुनिया का चर्चित चेहरा भी बन गया है उनकी सीरीज स्कैन 1972 के बाद ऐसा ही कुछ स्कैन 2003 में इसके लीड कलाकार गंगा देवरिया के साथ दिखाई दे रहा है।
फल बेचने वाले की पलटी किस्मत
स्टांप पेपर घोटाला चर्चित घोटाले में से एक है क्योंकि इसने सेंट आम आदमी की बजाय सरकार की तिजोरी पर लगाई थी कर्नाटक का एक युवा जो ट्रेन में तरह-तरह के जुबेल सुनकर फल भेज करता था उस पर मुंबई की एक सेठ की नजर पड़ती है। वह फल लपेटने के लिए जो कागज का उपयोग करता था वह इस लड़की की बीएफ बीकॉम की डिग्री फोटोकॉपी थी।
सपनों का शहर मुंबई में उसे बुलाता है यहां से वह दुबई भी चला जाता है उसे लगता है कि फर्जी का गुजरात पर युवाओं को दुबई भेजने का धंधा लगभग अच्छा चल रहा है लेकिन पड़ताल जब होती है हालत में उसे एक साथी मिलता है दोनों मिलकर पहले इस्तेमाल हो चुके राशि दी टिकट बेचने का काम शुरू करते हैं और फिर उन्हें समझ आता है कि चौक धंधा नहीं जो का धंधा वह है जिसमें ऊपर जाने के लिए कुछ कमल करना हो।
हर धंधे का सेट
वेब सीरीज की कहानी वहां से शुरू होती है जब अब्दुल करीम तेलगी नारको टेस्ट किया जाता है. वह अंग्रेजी में जो बात कहता है उसका मतलब हर धंधे का शहर नेता तुम्हारा हमारा इस एक लाइन में एक पूरी गड़बड़ घोटाले का मूल मंत्र छुपा होता है हालांकि व्यवसाय से मदद लेकर व्यवस्था की ही बजाना एक कला है यानी की तेल की देश में जमाने से भारी पड़े हैं आप भी बिना राजनीति समर्थन के कोई बड़ा आर्थिक घोटाला नहीं किया जा सकता है यही इस वेब सीरीज का एक मूल मंत्र समझाया गया है।