विंध्य भास्कर डेस्क। प्रेम संबंध कहानियों और रोमांटिक कॉमेडीज की तरह नहीं होतीं है। जो लड़ाई-झगड़े के बाद हैपी एडिंग के साथ समाप्त हो जती। बल्कि असली जिंदगी में प्रेम संबंधों में अगर खटास आई तो वह बढ़ती जाती है। इससे रिश्तों को बेहतर बनाने काफी मशक्त होती। ऐसे में गर्लफेंड व पत्नियों के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के कुछ उपाया हे। जिसे अपनाते हुए प्रेम संबंध में मजबूत होगें। बल्कि रिश्तों में मिठास भी बढ़ेगी। इसके लिए कुछ ज्यादा नहीं थोड़े बदलाव अपनी आदतों और स्वभाव करने की जरूरत है।
पार्टनर की बातों को सुने
जितना अधिक अपने पार्टनर की बातें सुनने दोनों के बीच प्रेम संबंध उतना ही मजबूत होगा। इसके साथ ही अपने पार्टनर के लिए समय निकालें और ऐसे काम में हाथ बटाए जो उन्हें में डालें तो। वहीं रिश्ते में दोनों के बीच भरोसा बहुत जरूरी है। यदि आपके साथी वह आप भर भरोसा करते हे तो अपनी बातों को खुलकर कह सकते है। इससे रिश्ते बेहतर बनेंगे और टकराव भी कम होगा। .इसलिे रिश्ते में भरोसा बनाए रखना जरूरी है। अपनी पत्नी और गर्लफेंड को यह महसूस कराए कि उन वह सबसे ज्यादा भरोसा है।
दूसरों के सामने दें सम्मान
प्राय: हम अपनी पत्नी व गर्लफेंड को दूसरों के सामने सम्मान नहीं दें। जो रिश्तों के बीच में टकरार की वजह बन जाती है। ऐसे में जब साथ रहने वाले लोगों के बीच परस्पर सम्मान होता है तो वे एक-दूसरे को महत्व देते हैं। इससे रिश्ता और मजबूत होता है। साह ही रिश्ते में प्यार और सुरक्षा की भावना पैदा होती है। दरअसल अक्सर रिश्ते में सम्मान नहीं होता तो प्यार भी फीका पडऩे लगता है। कभी कभी ऐसा भी होता है कि किसी से बहुत प्यार होता है पर अचानक कुछ ऐसा होता है कि उस से दिल खट्टा हो जाता है जिसके पीछे की वजह कई बार सम्मान की कमी होती है।
खुले तौर में रखे विचार
अब अपनी बातों को जितना खुले तौर में रखेंगे। आस-पास के लोगों के साथ जितना अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करेंगे आप उतने ही बेहतर तरीके से उनसे जुड़ेंगे। इसलिए हमेशा प्रेम संबंध में विचार खुले रखें।
गलत शब्दों के प्रयोग से बचे
असक्सर बातों में अब ने अपने पार्टनर से गलत शब्द बोल जाती है। ऐसे में चाहिए कि गलत शब्दों को प्रयोग होने के बाद माफी मांगते हैं या अपने शब्दों और कार्यों की जिम्मेदारी लेते हैं तो सामने वाला भी आपकी बात और भावना को अहमियत देता है और यह सब आत्म-जागरूकता की वजह से संभव हो सकता है.इससे आपको अपने रिश्ते में अपना सर्वश्रेष्ठ देने में भी मदद करती ।प्रेम संबंध बढ़ रही है दूरियां, तो ऐसे बढ़ेगी नजदीकियां
गर्लफेंड व पत्नी से रिश्ते बनेंगे मजबूत
विंध्य भास्कर डेस्क। प्रेम संबंध कहानियों और रोमांटिक कॉमेडीज की तरह नहीं होतीं है। जो लड़ाई-झगड़े के बाद हैपी एडिंग के साथ समाप्त हो जती। बल्कि असली जिंदगी में प्रेम संबंधों में अगर खटास आई तो वह बढ़ती जाती है। इससे रिश्तों को बेहतर बनाने काफी मशक्त होती। ऐसे में गर्लफेंड व पत्नियों के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के कुछ उपाया हे। जिसे अपनाते हुए प्रेम संबंध में मजबूत होगें। बल्कि रिश्तों में मिठास भी बढ़ेगी। इसके लिए कुछ ज्यादा नहीं थोड़े बदलाव अपनी आदतों और स्वभाव करने की जरूरत है।
पार्टनर की बातों को सुने
जितना अधिक अपने पार्टनर की बातें सुनने दोनों के बीच प्रेम संबंध उतना ही मजबूत होगा। इसके साथ ही अपने पार्टनर के लिए समय निकालें और ऐसे काम में हाथ बटाए जो उन्हें में डालें तो। वहीं रिश्ते में दोनों के बीच भरोसा बहुत जरूरी है। यदि आपके साथी वह आप भर भरोसा करते हे तो अपनी बातों को खुलकर कह सकते है। इससे रिश्ते बेहतर बनेंगे और टकराव भी कम होगा। .इसलिे रिश्ते में भरोसा बनाए रखना जरूरी है। अपनी पत्नी और गर्लफेंड को यह महसूस कराए कि उन वह सबसे ज्यादा भरोसा है।
दूसरों के सामने दें सम्मान
प्राय: हम अपनी पत्नी व गर्लफेंड को दूसरों के सामने सम्मान नहीं दें। जो रिश्तों के बीच में टकरार की वजह बन जाती है। ऐसे में जब साथ रहने वाले लोगों के बीच परस्पर सम्मान होता है तो वे एक-दूसरे को महत्व देते हैं। इससे रिश्ता और मजबूत होता है। साह ही रिश्ते में प्यार और सुरक्षा की भावना पैदा होती है। दरअसल अक्सर रिश्ते में सम्मान नहीं होता तो प्यार भी फीका पडऩे लगता है। कभी कभी ऐसा भी होता है कि किसी से बहुत प्यार होता है पर अचानक कुछ ऐसा होता है कि उस से दिल खट्टा हो जाता है जिसके पीछे की वजह कई बार सम्मान की कमी होती है।
खुले तौर में रखे विचार
अब अपनी बातों को जितना खुले तौर में रखेंगे। आस-पास के लोगों के साथ जितना अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करेंगे आप उतने ही बेहतर तरीके से उनसे जुड़ेंगे। इसलिए हमेशा प्रेम संबंध में विचार खुले रखें।
गलत शब्दों के प्रयोग से बचे
असक्सर बातों में अब ने अपने पार्टनर से गलत शब्द बोल जाती है। ऐसे में चाहिए कि गलत शब्दों को प्रयोग होने के बाद माफी मांगते हैं या अपने शब्दों और कार्यों की जिम्मेदारी लेते हैं तो सामने वाला भी आपकी बात और भावना को अहमियत देता है और यह सब आत्म-जागरूकता की वजह से संभव हो सकता है.इससे आपको अपने रिश्ते में अपना सर्वश्रेष्ठ देने में भी मदद करती ।