लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद 19 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इस बैठक में एमपी की बाकी बची 18 सीटों पर चेहरे तय हो जाएंगे। कांग्रेस हेडक्वार्टर में होने वाली बैठक में एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, जितेंद्र सिंह, स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल, सीईसी मेंबर ओमकार सिंह मरकाम शामिल होंगे।
बीजेपी के राम मंदिर कार्ड के सामने कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए विधायकों को चुनाव में उतार सकती है। मुरैना से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, दमोह सीट से बड़ा मलहरा विधायक रामसिया भारती, विदिशा से सिलवानी विधायक देवेंद्र पटेल, जबलपुर से लखन घनघोरिया, शहडोल से पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल मार्को जबकि मंदसौर में विधायक विपिन जैन को उतारा जा सकता है।
बड़े नेता नहीं लडऩा चाहते हैं चुनाव
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस आलाकमान एमपी के सीनियर लीडर्स को चुनाव लड़ाने को कह रहा है। हालांकि, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा सहित तमाम नेता चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं हैं। ऐसे में अब कांग्रेस युवाओं पर दांव लगा सकती है।
महिला उमीदवारों के चयन की चुनौती
बीजेपी ने 6 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिए हैं। पहली सूची में चार और दूसरी लिस्ट में दो महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के सामने जिताऊ महिलाओं का चयन करना चुनौती बन रहा है। बालाघाट, रीवा, और दमोह सीट पर ही मजबूत महिला उम्मीदवार मिली हैं। बीजेपी के महिला आरक्षण बिल और 6 महिला उम्मीदवारों के सामने कांग्रेस को बराबरी से महिलाओं को उतारने में मशक्कत करनी पड़ रही है।