मेडिकल ऑफिसर का आरोप, त्योंथर BMO कर रहे प्रताड़ित
विंध्य भास्कर/डेक्स रिपोर्टर। कोरोना महामारी में डॉक्टर जिस तरह से अपनी जान जोखिम में डाल कर मरीजों की सेवा कर रहे हैं ऐसे समय मे बड़े अधिकारियों के द्वारा मानसिक प्रताड़ित करने के मामले सामने आ रहे हैं।
मामला त्योंथर के चाकघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का
त्याग पत्र देने को मजबूर मेडिकल ऑफिसर
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चाकघाट में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ हरी सिंह ने त्योंथर BMO एस.एन पांडे पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बीएमओ (BMO) द्वारा धमकी दी जा रही थी कि आपकी सैलरी कटवा दूंगा जो आज सच साबित हो गया है क्योंकि अन्य सभी कर्मचारियों का पेमेंट मिल गया है लेकिन मुझे नही दिया गया डॉ हरी सिंह आरोप लगाते हुये कहा है कि मेरी पत्नी सिविल हास्पिटल त्योंथर में फार्मासिस्ट के पद में पदस्थ हैं जिनको पिछले महीने कोरोना हो गया था जिस बजह से मेरे दो छोटे बच्चे सहित मेरा पूरा परिवार संक्रमित हो गया था और मेरी भी तवियत खराब हो गयी थी जिसकी सूचना मौखिक रूप से बीएमओ को भी दे दिया था जिसके बाद नगर परिषद त्योंथर ने मेरे आवास को कंटेंटमेंट एरिया घोषित कर दिया था जिस बजह से हम सभी को होम आइसोलेशन में रहना पड़ा इसी बीच मे बीएमओ (BMO) द्वारा लगातार मुझे ड्यूटी करने का दवाब दे रहे थे और सैलरी कटवा देने की धमकी दे रहे थे जिसकी बजह से मेरी सैलरी भी नही दी गई।इस महामारी में जिस तरह से डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डाल कर सेवा दे रहे हैं ऐसे समय मे अधिकारियों के द्वारा प्रोत्साहित न करके प्रताड़ित करना बेहद निंदनीय है। डॉ हरी सिंह ने लिखित तौर पर रीवा कलेक्टर, मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी रीवा, अनुविभागीय अधिकारी त्योंथर को 6 मई को व्हाट्सअप के माध्यम से लिखित शिकायत करते हुए मांग की है कि अगर मुझे मानसिक प्रताड़ित करना बंद नही किया गया तो मुझे अपना त्याग पत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
त्योंथर बीएमओ कोरोना काल मे अपने कमाई में व्यस्त
कोरोना जिस तरह से अपना पैर पसार रहा है उससे अब गाँव भी अछूते नही हो रहे हैं कोरोना अब गाँव गाँव फैल रहा है और इस महामारी में त्योंथर बीएमओ (BMO) अपने प्राइवेट क्लीनिक में दो-दो सौ रुपये में मरीजो को देख रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं।सिविल हास्पिटल त्योंथर के हालात इतने बुरे है कि मरीजो को इलाज नही मिल पा रहा है और कई दिनों तक कोरोना की जांच भी नही की गई थी। कुछ दिन पहले एक वायरल ऑडियो में पुष्टि भी हुई है कि कोरोना से पीड़ित मरीजों और उनके परिजनों को मिलने वाले खाना भी नही दिया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बीएमओ एसएन पांडे की मूल पदस्थापना सिरमौर है तथा त्योंथर के प्रभारी भी होकर प्रयागराज में रहते हैं और त्योंथर के सरकारी अस्पताल में न बैठ कर प्राइवेट क्लीनिक में लुटाई कर रहे हैं। ऐसे समय मे बीएमओ एस एन पांडे द्वारा किये गए जा रहे क्रियाकलापो से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल भी है और इनका कार्य भी बेहद निंदनीय है अब देखना यह है कि प्रशासन द्वारा लापरवाह बीएमओ के ऊपर क्या कार्यवाही की जाएगी।