भोपालमध्य प्रदेश

प्रदेश में एक जून से शर्तों के साथ शुरू होंगी आर्थिक गतिविधियां, धारा 144 लागू रहेगी

विंध्य भास्कर। मुख्यमंत्री (Chief Minister) शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में पाबंदियों के साथ 1 जून से अनलॉक की धीरे-धीरे शुरुआत होगी। चौहान ने बताया कि अनलॉक के दौरान आर्थिक गतिविधियां शुरू होंगी। राजनीतिक और सार्वजनिक आयोजनों विशेषकर धरनाप्रदर्शन, रैलियों और धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध रहेगा। प्रदेश की जनता के नाम अपने संदेश में मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि वैवाहिक कार्यक्रमों की अनुमति होगी, लेकिन वर-वधु दोनों पक्षों से सिर्फ 10- 10 लोग ही शामिल हो पाएंगे। शादी समारोह में आने वाले लोगों के लिए कोरोना निगेटिव टेस्ट अनिवार्य होगा। कार्यक्रम में सरकार टेस्टिंग के लिए व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने बताया कि प्रदेश में भीड़ से बचने के लिए धारा 144 पहले की तरह ही लागू रहेगी।

गांव, लॉक और जिलों को लेकर 30- 31 मई को होगी बैठक

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने निर्देश दिए हैं कि जिला, ब्लॉक व गांव स्तर पर बनी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुपों की बैठक 30-31 मई तक कर निर्णय लें कि 1 जून से या खुलेगा और या बंद रहेगा। उन्होंने कलेटरों से कहा है कि इन समूहों की बैठकें समय पर हो जाएं, यह सुनिश्चित कर लिया जाए। इसके लिए रोडमैप तैयार किया गया है। धर्मगुरुओं से अपील- अनुयायियों को नियंत्रित करें: मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने सभी धर्मगुरुओं से अपील की है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए वैसीनेशन और मास्क जरूरी है, इसलिए आप अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए अनुयायियों को नियंत्रित करें। एक केस भी मिला तो माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाएंगे: हर रोज 75 हजार का टेस्ट का टारगेट रहेगा। संक्रमण की दर कम हो गई है, ऐसे में ट्रेसिंग संभव है। किसी एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, तो परिवार का टेस्ट किया जाएगा। एक केस मिलने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे।

जिले की परिस्थितियों के हिसाब से ही लिए जाएंगे निर्णय

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि हर जिले की अलग-अलग परिस्थितियां हैं। कहीं कोरोना पूरी तरह से नियंत्रित हो गया है, तो कहीं केस हर दिन कम-ज्यादा हो रहे हैं। भोपाल-इंदौर जैसे बड़े जिलों में अभी ज्यादा केस आ रहे हैं। ऐसे में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को इन सभी पहलुओं पर विचार कर निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए नियम बनाए जाएंगे। घर से निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। भोपाल की संक्रमण दर 5 फीसदी के करीब पहुंची राजधानी के लिए यह अच्छी खबर है। यहां की कोरोना संक्रमण दर बुधवार को 5.16 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को 7,921 सैंपल की जांच की गई। इसमें से 409 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह पाल में संक्रमण दर 5.16 फीसदी रही। यदि इसी तरह संक्रमण दर में गिरावट जारी रही तो एक जून से भोपाल में मे भी अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

45 जिलों में संक्रमण की दर पांच फीसदी से कम, 31 मई तक शून्य करेंगे: शिवराज

मुख्यमंत्री (Chief Minister) शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में तेजी से गिरावट आ रही है। अब प्रदेश के 45 जिलों में कोरोना संक्रमण पांच प्रतिशत से कम है। संक्रमण की दृष्टि से प्रदेश का देश में 19वां स्थान है। आगामी 31 मई तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण शून्य करने के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने निर्देश दिए कि सभी जिलों के अस्पतालों में कोरोना के अलावा अन्य रोगों के उपचार की व्यवस्थाओं पर भी पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि कोविड उपचार योजना के तहत प्रदेश में अभी तक 10 हजार 33 कोविड मरीजों का संबद्ध निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया गया है। चौहान ने कहा कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान के तहत शत प्रतिशत (6 करोड़ 7 लाख 73 हजार 15) ग्रामीण जनता का सर्वेक्षण पूर्ण किया गया है।

सती जरूर करें, लेकिन जनता से अभद्रता न करें:

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने सभी कलेटरों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स ती जरूर करें, लेकिन जनता के साथ अभद्र व्यवहार बिल्कुल न करें। यह समझाइश अपने अमले को जरूर दें। उन्होंने कहा कि कुछ प्रकरण सामने आए हैं, जो शर्मनाक हैं। जनता के साथ शालीन व्यवहार होना चाहिए।

उद्योगों को ऑसीजन उपल ध कराएं और भरपूर टेस्टिंग कराएं:

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने अफसरों को निर्देश दिए कि अब चूंकि प्रदेश में ऑसीजन की अतिरित उपलधता है और मरीजों की संख़्या कम है, लिहाजा मांग भी कम है, इसलिए अब उद्योगों को उनके उपयोग के लिए ऑसीजन उपलध कराएं। चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में कोरोना की अधिक से अधिक टैस्टिंग की जाए, इससे यथास्थिति का पता चलता रहे तथा उसके अनुरूप प्रयास किए जाएं।

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